पटना। बिहार में पंचायत चुनाव में फिर से EVM का पेच फंस गया है। अब तय समय पर चुनाव नहीं होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग की जो तैयारी थी उसके अनुसार मार्च के अंतिम हफ्ते में पहले चरण का चुनाव संपन्न कराना था, लेकिन भारत निर्वाचन आयोग ने ईवीएम आपूर्ति के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया।
अब तय समय पर नहीं होंगे चुनाव
जब तक आयोग की तरफ से हरी झंडी नहीं मिलती है तब तक ईवीएम की आपूर्ति नहीं होगी। बिहार सरकार ने निर्णय लिया है कि इस बार का पंचायत चुनाव ईवीएम से होगा। लेकिन ईवीएम की आपूर्ति तभी होगी जब भारत निर्वाचन आयोग अनापत्ति प्रमाण पत्र दे। जब तक अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलता है तब तक पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हो सकती।
हरी झंडी के इंतजार में 1 महीने की हो गई देरी
आयोग के सूत्रों के अनुसार चुनाव में अब तक एक महीने का विलंब हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम को लेकर भारत निर्वाचन आयोग को दो बार पत्र लिख चुका है। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया। राज्य निर्वाचन आयोग की मानें तो ईवीएम की अनुपलब्धता के कारण पंचायत चुनाव की घोषणा नहीं हो पा रही है ।पहले संभावना थी कि फरवरी के अंतिम सप्ताह में चुनाव की घोषणा हो सकती है । आयोग उसी हिसाब से तैयारी भी कर रहा था। राज्य सरकार ने 10 चरणों में पंचायत चुनाव कराने पर सहमति भी दे दी थी।
ईवीएम के लिए सरकार ने 122 करोड़ रुपए
चुनाव में ईवीएम खरीद को लेकर 122 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए। लेकिन ईवीएम की खरीद को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने अब तक अनापत्ति प्रमाण पत्र ही नहीं दिया है।जिस वजह से बिहार में पंचायत चुनाव प्रभावित हो गया है।अब तक एक महीने का विलंब हो चुका है।अगर और देरी हुई तो फिर मॉनसून शुरू हो जाएगा। ऐसी स्थिति में चुनाव कराना मुश्किल होगा और इलेक्शन को बरसात तक टालना पड़ सकता है।