DARBHANGA: भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. रोड्रिको एच. ऑफरिन ने अपने क्षेत्रीय पदाधिकारियों डॉ. सुब्रमण्यम बी.पी., विश्व स्वास्थ्य संगठन के बिहार और झारखण्ड के क्षेत्रीय टीम लीटर, डॉ. उज्जवल प्रसाद, पटना और दरभंगा के उप क्षेत्रीय टीम लीटर एवं डॉ. वाशव राज, कतार्कि, निगरानी चिकित्सा अधिकारी, दरभंगा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिंहवाड़ा का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में डॉ. रोड्रिको एच. ऑफरिन सहित विश्व स्वास्थ्य संगठन की 4 सदस्यीय टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रसव कक्ष (लेबर रूम),टीकाकरण केंद्र (वैक्सीनेशन सेन्टर), युवा क्लीनिक, ओ.पी.डी/टी.वी वार्ड का अवलोकन किया तथा वहाँ मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। साथ ही वंडर कार्यक्रम पर गर्भवती महिलाओं के साथ विस्तृत चर्चा की गई।वहां उपस्थित ए.एन.एम द्वारा बताया गया कि गंभीर अवस्था की गर्भवती महिला(क्रिटिकल मरीज) का वंडर एप्प पर हिस्ट्री अपलोड करने एवं डी.एम.सी.एच रेफर किए जाने पर अलर्ट जेनरेट होता है, ताकि रेफर किए गए जगह पर मरीज के इलाज में सुविधा हो और गर्भवती महिला का प्रसव सुरक्षित कराया जा सके।
गौरतलब है कि वंडर एप्प में में तीन वर्ग निर्धारित है। एक सामान्य गर्भवती महिलाओं के लिए, दूसरा हल्की चिकित्सीय समस्या वाली गर्भवती महिला, (जिन्हें यलो ग्रुप में) तथा तीसरा गंभीर चिकित्सीय समस्या वाली गर्भवती महिला (जिन्हें रेड ग्रुप) में रखा जाता है। जैसे ही किसी गर्भवती महिला को रेड ग्रुप में डाला जाता है, संबंधित चिकित्सक एवं पारा मेडिकल स्टॉफ के मोबाईल पर एलर्ट जारी हो जाता है और इस प्रकार गंभीर समस्याग्रस्त गर्भवती महिला का इलाज ससमय प्रारंभ हो जाता है। यदि प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र पर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तो उस मरीज को दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डी.एम.सी.एच) विशेष एम्बुलेंस के माध्यम से रेफर कर दिया जाता है। इसके पूर्व वंडर एप्प पर ईलाज से संबंधित वांछित जानकारी अपलोड कर दी जाती है। इस एप्प के आ जाने से शत्-प्रतिशत् सुरक्षित प्रसव होने लगा और मातृत्व मृत्यु दर लगभग न के बराबर हो गयी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ रोड्रिको एच. ऑफरिन सहित सभी सदस्य द्वारा वंडर कार्यक्रम पर प्रसन्नता व्यक्त की गई।