पटना: धोरैया से राजद विधायक भूदेव चौधरी की मुश्किलें बढ गयी हैं। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने उनके विचाराधीन मामले को छुपाने वाले केस में केवल दो दिनों की मोहलत दी है। ज्ञात हो कि इस मामले को लेकर जदयू की तरफ से मनीष कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी। तब इस चुनाव में भूदेव चौधरी ने मनीष कुमार को हरा दिया था।
दरअसल पूरा मामला धोरैया विधानसभा सीट से राजद के विधायक भूदेव चौधरी द्वारा एक पुराने केस को छुपाने से जुड़ा है। विधानसभा चुनाव में राजद प्रत्याशी के तौर पर दिये गये अपने हलफनामे में भूदेव चौधरी द्वारा भागलपुर न्यायालय में चल रहे विचाराधीन मामले को छुपाया लिया गया था। मामला जबरन जमीन हड़प कर कब्जा करने के केस संख्या 468/15 मोजाहीदपुर थाने में लंबित रहने का था। उस वक्त इसको हलफनामा में नहीं दर्शाना विधायक भूदेव चौधरी की विधानसभा में सदस्यता के लिए बडा खतरा बन गया है। इसे लेकर मनीष कुमार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में केस दायर किया गया था। जस्टिस नरीमन के बेंच में इसकी सुनवाई की तिथि 12 जुलाई निर्धारित की गयी थी।
कोर्ट में यह हवाला दिया गया था कि केस को जानबूझ कर इसलिए छुपाया गया, क्योंकि राजद विधायक को डर था कि इस केस के उजागर हो जाने से केस करने वाले पीड़ित जाति का मत भूदेव चौधरी को नहीं मिल पाता। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के अलावा रजौन निवासी बमबम चौधरी द्वारा पटना उच्च न्यायालय में भी केस दर्ज कराया गया है लेकिन कोरोना महामारी के कारण सात मई 2021 वाली निर्धारित सुनवाई की तिथि को बहस नहीं हो सकी। इसी केस की सुनवाई के सिलसिले में आज सुप्रीम कोर्ट मे दोनों पक्ष उपस्थित हुए। जिसमें भूदेव चौधरी ने चार सप्ताह की अर्जी सुप्रीम कोर्ट में दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया। कोर्ट ने उनको केवल दो दिनों की मोहलत दी। सूचना के अनुसार अब इस मामले की अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी।