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BIHAR NEWS : एक घंटे ऑक्सीजन चढ़ाने पर मांगे 9000 ₹, शिकायत पर बोले डॉक्टर साहब - डीएम के पास जाओ कोई फर्क नहीं पड़ता

BIHAR NEWS : एक घंटे ऑक्सीजन चढ़ाने पर मांगे 9000 ₹,  शिकायत पर बोले डॉक्टर साहब - डीएम के पास जाओ कोई फर्क नहीं पड़ता

अब तक आपने आक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी के मामले सुने होंगे, लेकिन शायद ही कभी इस बात पर ध्यान दिया होगा कि अस्पताल में प्रति मिनट सांस के आधार पर पैसे चार्च किए जाते हैं। जितनी मिनट सांसे चलेंगी, उसके आधार पर पैसे देने होंगे

GOPALGANJ :  कोरोना काल में प्राइवेट अस्पतालों की चांदी हो गई है। मरीजों से इलाज के नाम पर लूट मची हुई है। यह स्थिति सिर्फ पटना में ही नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में नजर आ रही है। ऐसा ही एक वायरल ऑडियो गोपालगंज से सामने आया है। जिसमें डॉक्टर साहब मरीज के परिजनों से इलाज के पैसे ट्रांसफर करने की बात करते सुने जा रहे हैं। इस वायरल ऑडियो में डॉक्टर साहब न ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर दवा तक की कीमत की बात करते सुने जा सकते हैं। साथ ही परिजन के द्वारा शिकायत करने की बात पर वह सीधा कह रहे हैं कि डीएम भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं।

उक्त ऑडियो में आनेवाली आवाज गोपालगंज के भोरे के क्वेक चिकित्सक डा. दिनेश कुमार की बतायी जा रही है। इसमें दूसरी तरफ मरीज के परिजन हैं, जिन पर डॉक्टर साहब ऑक्सीजन सिलेंडर के पैसे जमा करने दबाव दे रहे हैं। परिजन द्वारा ऑक्सीजन का खर्च पूछे जाने पर डॉक्टर साहब नौ हजार रुपए की मांग करते हैं। साथ ही वह बताते हैं कि प्रति मिनट 150 की दर से चार्ज किया जा रहा है। इस  दौरान डॉक्टर साहब कई बार यह कहते हैं कि मेरे खाते में पहले पैसा ट्रांसफर करें।

दवा के नाम पर भी लूट

कोरोना की अधिकारिका दवा उपलब्ध नहीं है, ऐसे में प्राइवेट अस्पतालों में दवाओं के नाम पर खूलेआम लूट मची है। यहा भी डॉक्टर साहब एक दो नहीं बल्कि मरीज को इलाज के नाम पर आठ प्रकार की दवा देने की बात करते हैं। साथ ही वह कहते हैं कि अभी रिपोर्ट नहीं आई है, रिपोर्ट आने के बाद पूरा खर्च बताया जा सकता है। जिन दवाओं का उन्होंने नाम लिया है उनमें मोरपेन इंजेक्शन की एक डोज की कीमत उन्होंने 1600 रुपए बताई गई है। इसके अलावा डेलीफायरीन, टेक्सीन, टी-14, डेक्सोना, सीबी और मेकासीन शामिल हैं। 

प्रशासन का खौफ नहीं

इस दौरान मरीज के परिजन ने कहा कि वह इस मामले में सीओ से बात करेंगे कि इलाज की दर तय की गई है। जिस पर डॉक्टर साहब सीधा कहते नजर आ रहे हैं कि वह सीओ के पास जाएं या डीएम के पास, बिना पैसा दिए इलाज नहीं किया जाएगी। बहरहाल, वायरल ऑडियो के बाद अब इस बात का इंतजार किया जा रहा है कि प्रशासन इलाज के नाम पर कालाबाजारी करनेवाले डॉक्टर के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है।


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