पटना: विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश पुलिस का जो चेहरा जनता के सामने आया हैं। इसका जवाब उन्हें जरूर मिलेगा। फूलन देवी की प्रतिमाओं को जब्त किया जाना सीधे तौर पर समाज के निषाद भाइयों, दलितों, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों का अपमान है। निषाद समाज के मतदाता उत्तरप्रदेश में सरकार बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं।
देव ज्योति ने यह भी बताया कि उत्तरप्रदेश की आबादी में कुल 14 फीसदी हिस्सेदारी निषाद समाज की है। गोरखपुर, बलिया, महाराजगंज, वाराणसी, जौनपुर, संत कबीरनगर, मऊ, और भदोही समेत 16 जिलों में निषाद समुदाय का वोट जीत-हार में अपनी बड़ी भूमिका निभाने की हैसियत रखता है। भाजपा और सपा दोनों उत्तरप्रदेश में निषाद वोट को अपने तरफ खींचने के लिए प्रयासरत हैं। इसके अलावा गोरखपुर - बस्ती मंडल के 28 विधानसभा क्षेत्रों में भी लगभग 30 से 50 हजार के बीच निषाद मतदाता माने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोगों के प्रति उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा अपनाया गया यह उदासीन रवैया बेहद निंदनीय है। फूलनदेवी ने पूरे भारत के निषाद समाज को एक किया। निषाद समाज ने उन्हें अपना प्रतिनिधि बनाकर संसद तक भेजा। अब जब 25 जुलाई को जब उनके शहादत दिवस को भव्य रूप से मनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है तो उत्तरप्रदेश पुलिस इसमें बाधा उत्पन्न कर रही हैं। निषाद समाज समय आने पर इसका जवाब जरूर देगा।