पटना: नीतीश राज में अफसरशाही के मुद्दे पर बगावत पर उतारू मंत्री मदन सहनी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मिलने के लिए टाइम नहीं दिया। समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी शनिवार की शाम मुजफ्फरपुर से पटना तो वापस लौटे लेकिन सीएम नीतीश ने उन्हें मुलाकात के लिये नहीं बुलाया। दो दिन पहले सहनी ने ऐलान किया था कि वे अब मंत्री नहीं रहेंगे। क्योंकि इस राज में मंत्रियों का कोई वजूद नहीं है। मंत्रियों की बात को कोई अफसर नहीं सुनता है। ऐसे में मंत्री रहने से क्या फायदा। उन्होंने अपने विभाग के अपर मुख्य सचिव और CM के प्रधान सचिव पर कई आरोप लगाकर इस्तीफे की घोषणा कर दी थी।
दो दिन पहले मदन सहनी ने पटना में मीडिया के सामने यह ऐलान किया था कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप देंगे। इसके बाद वे अपने गृह जिला दरभंगा चले गए थे। शनिवार शाम ही वे पटना लौटे। वे पूरी कोशिश में थे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हो। लेकिन सीएम हाउस से उन्हें टाइम नहीं दिया गया। लिहाजा पटना आकर वे सीधे दिल्ली के लिए निकल गए हैं। जानकार सूत्रों ने बताया कि वह पटना एयरपोर्ट से फ्लाइट से दिल्ली गए हैं।
इतना ही नहीं मदन सहनी ने अपने मंत्रीमंडल सहयोगी जीवेश मिश्रा पर भी तल्ख शब्दों का प्रयोग करते हुए उनको सीमा में रहने की बात कह दी थी। वहीं मदन सहनी के आरोपों के बाद सूबे में विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है और सरकार से कई तरह के सवाल पूछ रहा है। ज्ञात हो कि मदन सहनी की गिनती नीतीश कुमार के नजदीकी में से होती है।
पटना से विवेकानंद की रिपोर्ट