SASARAM: रोहतास जिला के करगहर में प्रोजेक्ट बालिका विद्यालय में बना सामुदायिक किचन सुचारू रूप से नहीं चल रहा है। नियमित तरीके से सामुदायिक किचन के नहीं चलने के कारण गरीब तथा असहायों को काफी दिक्कत हो रही है। एक तरफ जहां सीएम के निर्देशानुसार सामुदायिक किचन चल रहे हैं, वहीं करगहर में सामुदायिक किचन पर आफत आई है।
यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पूरे लॉकडाउन में 3 से 4 दिन ही सामुदायिक किचन में खाना पका, इसके बाद खाना नहीं बना। इसके अलावा प्रशासन द्वारा पका हुआ खाना घर-घर पहुंचाने की भी बात की गई लेकिन वह भी सही से नहीं दिख रहा है। बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन में हर प्रखंड मुख्यालय में एक-एक सामुदायिक किचन की स्थापना की। सामुदायिक किचन की शुरूआत लॉकडाउन में हुई जिससे गरीब और असहायों को दोनों समय भरपेट भोजन मिल सके। इसके अलावा ऐसे बीमार लोग, जो किचन तक खाना खाने नहीं आ सकते हैं, उनके घरों तक खाना पहुंचाने की भी व्यवस्था की गई। लेकिन करगहर में यह व्यवस्था लगभग असफल होने से लोगों की दिक्कत बढ़ी है। खासकर गरीब तबके के लोग जो इस कम्युनिटी किचन के सहारे थे। वह लोग मायूस हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर जिले के अधिकारियों को लॉकडाउन के दौरान सामुदायिक किचन खोलने के दिशा-निर्देश जारी किए थे। सीएम ने गरीब, असहाय, प्रवासी मजदूरों की भोजन की समस्या दूर करने के लिए सामुदायिक किचन योजना शुरू की। कई जिलों में तो यह योजना सुचारू रूप से चल रही है। वहीं कई जिलों में अब भी हालात पहले के जैसे बने हुए हैं। लोग अब भी दो वक्त के खाने के लिए तरस रहे हैं।