BETTIAH: बाढ़ का प्रकोप और उसका दंश केवल वही व्यक्ति समझ सकता है, जिसने बाढ़ के बीच अपना कभी जीवन बिताया हो या फिर बाढ़ग्रस्त इलाके में रहा हो। बिहार में बाढ़ केवल अपने साथ तबाही लेकर नहीं आती, बल्कि विभिन्न इलाकों से जीव जंतुओं को भी अपने साथ बहाकर यहां वहां ले जाती है। बाढ़ का पानी किसी के आगे नहीं रुकता औऱ रास्ते में आने वाले खेत, जमीन, जीव- जंतुओं और इंसानों को अपने साथ बहाकर ले जाता है। इसी कड़ी में बेतिया जिले में एक मगरमच्छ बाढ़ के पानी में बहकर गांव में आ गया, जिससे हड़कंप मच गया।
जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के भावल मध्य विद्यालय के पास संजय सिंह के तालाब में अचानक कहीं से मगरमच्छ आ गया। इस मामले पर ग्रामीणों का कहना है कि गंडक नदी से बाढ़ के पानी में बहकर यह मगरमच्छ गांव के तालाब में आ गया है। इसके तालाब में आने से संजय सिंह के तालाब की कई मछलियां मर गई और उन्हें काफी नुकसान हुआ। ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग की टीम भावल गांव पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद वन विभाग द्वारा जाल में मगरमच्छ को फंसा लिया गया।
वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को ले जाकर वापस गंडक नदी में छोड़ दिया। जैसे ही लोगों को तालाब में मगरमच्छ के आने की सूचना मिली, गांव का गांव वहां इकट्ठा हो गया और रेस्क्यू ऑपरेशन देखने लगा। इस संबंध मे ग्रामीण संजय सिंह ने बताया की बाढ़ के पानी में बहकर मेरे तालाब में मगरमच्छ आया था। बुधवार सुबह जब मेरी नजर पड़ी तो तत्काल वन विभाग की टीम को सूचित किया गया।