AURANGABAD: हत्या के मामले में दाउदनगर उपकारा में बंद एक विचाराधीन कैदी की मौत देर रात सदर अस्पताल औरंगाबाद में हो गई. जानकारी देते हुए मृतक कैदी राजेंद्र सिंह के भाई जय किशोर सिंह ने बताया की हत्या के मामले में जनवरी माह से जेल में बंद थे और उन्हें कई बीमारियां थी. इसके बावजूद जेल प्रशासन ने उनकी सही से इलाज नहीं कराया.
सोमवार को राजेंद्र सिंह की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो जेल प्रशासन और डॉक्टर ने उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर कर दिया. ड्यूटी पर रहे डॉक्टर ने राजेंद्र सिंह का अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहा. अल्ट्रासाउंड के लिए ले जाने के दौरान ही उसकी मौत हो गई. इस मामले में मृतक कैदी के भाई ने कहा कि यदि समय पर, सही तरीके से उपचार हो जाता तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी. मृतक कैदी के भाई जय किशोर सिंह ने बताया कि साजिश के तहत उन्हें हत्याकांड में फंसाया गया था और इलाज के अभाव में उनकी मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने न्यायिक पदाधिकारियों से जांच की मांग की है. व्यवहार न्यायालय के न्यायिक पदाधिकारी के देखरेख में शव का पोस्टमार्टम हुआ. जिसके बाद परिजनों को मृतक का शव सौंप दिया गया. मृतक गोह थाना क्षेत्र के शंकरडीह गांव के रहने वाले थे. ज्ञात हो कि भूमि विवाद में गांव के ही एक व्यक्ति की पीट-पीटकर कर हत्या कर दी गई थी, जिसमें मृतक आरोपी था.