LAKHISARAI: डीएम संजय कुमार सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ को खतरे के मद्देनजर बैठक की. इस बैठक में सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ, BEO शामिल हुए. बैठक के बाद जिलाधिकारी ने कई दिशा-निर्देश दिए.
डीएम संजय कुमार सिंह ने सभी सीओ अपने क्षेत्र के संभावित बाढ़ पीड़ित परिवारों की आपदा संपूर्ती पोर्टल पर उपलब्ध चेक लिस्ट का सत्यापन करते हुए आधार सीडिंग के साथ 25 मई तक सूची बनाकर भेजने को कहा. इससे बाढ़ की स्थिति में लाभुकों की अनुग्रहित राशि(GR) PFMS के माध्यम से सीधे खाते में भेजा जा सके. सभी सीओ, बीडीओ, BEO आपस में समन्वय स्थापित कर आश्रय स्थलों का निर्धारण कर लें। अभी तक जिले में 58 आश्रय स्थल चिन्हित है। कोरोना महामारी को लेकर संक्रमितों को अलग आश्रय स्थल और अन्य लोगों को भी सोशल दिस्टेंसिंग के आधार पर आश्रय स्थल में रखना है इसलिए और अधिक आश्रय स्थलों को चिन्हित करने का निर्देश दिया।
सभी सीडीपीओ बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में रहने वाली वैसी गर्भवती महिलाओं की सूची अलग बनाएं जिन्हें जुलाई से सितंबर के बीच डिलीवरी होने वाली है। इससे उन्हें बाढ़ के समय आवश्यक मदद की जा सकेगी। बाढ़ शिविरों में जन्म लेने वाले प्रत्येक बच्चे को एक हजार की राशि एवम् प्रत्येक बच्ची को 1500 रुपए सरकार देगी। इसके अलावा सभी सीओ प्राइवेट नाव मालिकों से सरकार के निर्देशानुसार प्रमंडलीय कमिश्नर द्वारा तय दर पर करार कर लेंगे, ताकि जरूरत अनुसार बाढ़ के समय लोगों को निःशुल्क नाव की सुविधा उपलब्ध हो सके। जिले में अभी 30 सरकारी नाव परिचालन योग्य है जबकि कम से कम 44 निजी नाव चिन्हित कर करार करना है। लाइव जैकेट्स की स्थिति का आकलन कर लें और स्थानीय गोताखोरों के साथ बैठक कर समन्वय स्थापित कर लिया जाए।
बैठक में जिला में उपस्थित सिविल सर्जन को बाढ़ के समय की आवश्यक दवाइयां जैसे एंटी रेबीज वैक्सीन, सांप काटने से बचाव की दवा, ORS , डायरिया आदि दवाएं और ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था कर सभी प्रखंड के मेडिकल इंचार्ज को दे दें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सिनेशन एवम् टेस्टिंग को प्राथमिकता दी जाए। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी सभी क्षेत्रों में खराब चापाकल की मरम्मती करवा दें। कार्यपालक अभियंता RWD सभी खराब ग्रामीण सड़कों की मरम्मत कार्य करवा दें ताकि बाढ़ के समय संपर्क बना रहे। बैठक में उपस्थित डीडीसी श्री अनिल कुमार ने सभी सीओ को बाढ़ क्षेत्रों के तटबंधों,पुल पुलिया,सड़क आदि का क्षेत्र भ्रमण कर अवलोकन करने का निर्देश दिया ताकि वस्तुस्थिति की जानकारी रहे।