NALANDA: आईएमए केन्द्रीय इकाई के आह्वान पर आईएमए बिहारशरीफ द्वारा स्थानीय IMA भवन में चिकित्सकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं तथा बाबा रामदेव के आधुनिक चिकित्सा विज्ञान विरोधी बयानों के विरोध में धरना प्रदर्शन एवं रैली का आयोजन कर राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाया गया।
इस दौरान सुबह 8.30 बजे से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक ओपीडी सेवाओं को भी बंद रखा गया। सभी सरकारी और निजी चिकित्सीय संस्थानों में कोविड-19 एवं आकस्मिक सेवा को छोड़कर ओपीडी सेवा स्थगित रही। इस मौके पर आईएमए बिहारशरीफ अध्यक्ष डॉ जवाहर लाल ने बताया कि डॉक्टरों पर हो रही हिंसा बहुत ही दुखद है। इससे डॉक्टरों के बीच भय का माहौल व्याप्त है। इसे रोकने के लिए सरकार जितनी जल्द हो कार्रवाई करे एवं चिकित्सा सुरक्षा कानून लागू करें, जिससे चिकित्सकों के बीच भय का माहौल दूर किया जा सके। सचिव डॉ अजय कुमार ने बताया कि बाबा रामदेव के दुर्भाग्यपूर्ण बयानों से संपूर्ण आधुनिक चिकित्सा जगत में रोष व्याप्त है। महामारी के इस दौर में कोविड-19 के इलाज में लगे चिकित्सकों का भी मनोबल टूटता है। अतः सरकार से अनुरोध है कि कि इस पर उचित कार्रवाई की जाए। इस मौके आईएमए के कई चिकित्सक मौजूद रहे।
बता दें, 18 जून को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने चिकित्सकों तथा चिकित्सा कर्मियों के साथ हो रही हिंसक घटनाओं के विरोध में राष्ट्रीय विरोध दिवस के रूप में घोषित किया है। आज सभी चिकित्सक कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अपने अपने परिसर में काला मास्क तथा काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए कार्य करेंगे।