मदरसा संचालन के लिए बने कमेटी जमकर हुई मनमानी, सभी पदों पर एक ही परिवार को लोगों का कब्जा

ARARIA : अररिया के सिकटी में बरदाहा पंचायत स्थित दारुल उलूम अजीजिया बरदाहा संख्या1230 में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मदरसा के संचालन के लिए बने कमेटी के निबंधन में नियमों की जमकर अनदेखी की गई है और इसके सभी पदों पर एक ही परिवार के लोगों को नियुक्त कर दिया गया है। इस बात का खुलासा बिहार मदरसा बोर्ड के पास जमा किए गए दस्तावेज से हुआ है। जिसके बाद गांव में लोग ट्रस्ट के विरोध में उतर आए हैं। इस संबंध में लोगों ने जिलाधिकारी, डीईओ एसडीओ व मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष से इस कमेटी को पंजीयन को भंग करने की मांग की है।
मौलवी की मौत के बाद सामने आया सच
मदरसा में चल रहे व्यापक भ्रष्टाचार का खुलासा तब हुआ जब यहां के मौलवी मो. इफ्तिखार आलम की मौत हो गई। जब उनके आश्रितों ने अनुकंपा का आवेदन मदरसा के हेड मौलवी को दिया तो उन्होंने उसे मानने से इनकार कर दिया। जब इसकी गहराई के खोजबीन की गई तो बड़े स्तर का घोटाला सामने आया। बताया गया कि मदरसा प्रबंधब कमेटी के सदर (अध्यक्ष) का निधन होने पर कमेटी भंग हो जाती है। जिसके बाद गांव में बिना आम सभा बुलाए ही हेड मौलवी ने कमेटी के कुछ सदस्यों संग गुपचुप तरीके से नई कमेटी का गठन कर दिया और इस कमेटी गठन की प्रति मदरसा शिक्षा बोर्ड के पास जमा करा दिया।
ट्रस्ट में परिवार का बोलबाला
इस मामले में मदरसा बोर्ड के पोषक क्षेत्र के सबसे नजदीकी अभिभावकों में शामिल शहजादा आलम के अनुसार बरदाहा मदरसा के पदेन शिक्षक जहीरुद्दीन उर्फ लालन जी ने और उनके रिश्तेदारों ने ट्रस्ट पर कब्जा जमा लिया है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के अध्यक्ष पद पर शिक्षक का साला नामित है, इसी तरह ट्रस्ट में शिक्षक की सबसे बड़ी पुत्र वधू सदस्य पद पर नामित है। वहीं शिक्षक लालन जी के मामा का मंझला बेटा, दूसरे मामा का छोटा बेटा, चचेरे साढ़ू का बड़ा पुत्र, दूसरे साढ़ू का छोटा पुत्र सदस्य पद के लिए नामित हैं। जबकि पोषक क्षेत्र के एक भी सदस्य को ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया है। आरोप है कि ट्रस्ट के नियमों में मदरसा शिक्षक ने भारी गड़बड़ी की है, जिसका मुख्य उद्देश्य मदरसा के संचालन के लिए मिलनेवाली राशि को हड़प करने का है।
गांववालों में है गुस्सा
बरदाहा मदरसा के संचालन के लिए बने कमेटी में जिस तरह के मनमानी की गई है, उसको लेकर गांव के लोगों में आक्रोश है। इस संबंध में लोगों ने जिलाधिकारी, डीईओ एसडीओ व मदरसा शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष से इस कमेटी को भंग करने की मांग की है। साथ ही सरकारी पर्यवेक्षक की देखरेख में लोगों की राय से नई कमेटी का गठन करने का अनुरोध किया गया है।