BETTIAH: उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने बिहार में एक अपराधी राहुल को पकड़ने में सफलता हासिल की है. एसटीएफ की टीम अपराधी को अपने साथ दारागंज ले गई. इनामी अपराधी होने से एसटीएफ ने मझौलिया पुलिस से नहीं की साझेदारी. इस मामले में थाना का घेराव कर रहे ग्रामीणों से डीएसपी ने खुलासा कर कहा कि झूठा अपहरण का केस करने वालों पर 211 लोगों पर होगा मुकदमा दर्ज.
मझौलिया थाना क्षेत्र के शेख मझरिया के वार्ड नं 12 मठिया टोला से अपहृत राहुल कुमार के मामले में पुलिस ने एक नया खुलासा किया है. प्रशिक्षु डीएसपी अमित कुमार तथा इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया की राहुल यादव के चचेरे भाई मुन्ना यादव के आवेदन पर रविवार को अपहरण का केस दर्ज किया गया. आवेदन के अनुसार पुलिस अनुसंधान जारी था. इसी बीच मठिया गांव के ग्रामीणों ने राहुल के पक्ष में गोलबंद होकर थाना का घेराव करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने पासवान चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो पता चला कि दो जिप्सी पासवान चौक पर तेजी के साथ आकर रुकी. जिसमें से एक जवान नीचे उतरा और दो साथियों के साथ सड़क किनारे खड़े राहुल को जिप्सी में बैठाकर ले गया. जिसके बाद राहुल के अपहरण की खबर आग की तरह फैल गई. सोमवार को भी उचित कार्रवाई नहीं होने पर लोग आक्रोशित हो गए और थाना का घेराव किया.
इसी बीच पुलिस ने राहुल के मोबाइल पर सम्पर्क किया. मोबाइल ऑन था मगर किसी ने फोन नहीं उठाया. टावर लोकेशन के आधार पर मझौलिया डीएसपी ने दारागंज पुलिस से बात की. तब जाकर खुलासा हुआ कि यूपी की एटीएस पुलिस उसे उठाकर लायी है. जहां उससे पूछताछ हो रही है. 25 हजार रुपये का इनामी अपराधी होने के कारण यूपी की एटीएस पुलिस ने मझौलिया पुलिस से मामले की साझेदारी नहीं की. इसका खुलासा होने पर शेख मझरिया पंचायत के लोग धीरे धीरे थाना से खिसकने लगे. इस घटना का खुलासा होने के बाद इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि एफआईआर करने वाले के खिलाफ पुलिस अब 211 लोगों पर मुकदमा करेगी.