ARARIA: भारत नेपाल सीमा पर लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है। पहले सीमावर्ती इलाके से जवानों और आमजन के बीच झड़प की खबरें आई थीं, और अब नेपाल के रास्ते बिहार में आए गजराज ने सीमावर्ती गांवों में लोगों को आतंकित कर दिया। सीमावर्ती क्षेत्र में पड़ने वाले अररिया जिले में गुरूवार को नेपाल से आए जंगली हाथी के गांव में घुसने की खबर से लोगों से बीच हड़कंप मच गया।
अररिया जिले के नरपतगंज प्रखंड क्षेत्र के मानिकपुर पंचयात हाथी घुस आया। हाथी दिखने की सूचना जैसे ही गांव वालों को लगी, यह खबर आग की तरह फैल गई। लोग तत्काल ही इलाके को खाली करने लगे और इसकी सूचना पुलिस और एसएसबी जवानों को दी। हालांकि इतनी ही देर में गजराज ने गांव में काफी आतंक मचाया और खड़ी फसलों को नष्ट कर दिया। इतना ही नहीं, हाथी ने कई कच्चे घरों को क्षति पहुंचाते हुए एक बच्चे सहित दो लोगों को कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। मानिकपुर पंचायत के वार्ड-15 निवासी राजू महतो के 8 वर्षीय पुत्र खेत में खेल रहा था। उसे जंगली हाथी ने अपने चपेट में ले लिया जिससे उसकी मौत मौके पर ही हो गई। वहीं दूसरा मृतक सोनापुर पंचायत के चकोडवा वार्ड 6 का 28 वर्षीय युवक है। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। हाथी द्वारा दो लोगों की मौत की खबर सुनकर लोग खौफजदा हो गए और बचने के लिए यहां-वहां छुपने लगे। मामले की सूचना मिलते ही फुलकाहा थानाध्यक्ष हरेश तिवारी एवं एसएसबी कैंप प्रभारी एसआई दुर्गेश पांडे के द्वारा लोगों की भीड़ को खाली करवाया गया। वहीं, सूचना मिलने के साथ ही अररिया तथा बथनाहा से वन विभाग के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर हाथी को भारतीय इलाके से निकालने का प्रयास किया।
इनसब के बीच बथनाहा पुलिस, फुलकाहा पुलिस, वन विभाग के कर्मी तथा एसएसबी के जवान द्वारा जंगली हाथी को भगाने का भरपूर प्रयास किया गया। जिसके बाद हाथी अपनी मदमस्ती दिखाते हुए जोगबनी थाना इलाके के नीरपुर होते हुए नेपाल की ओर चला गया। अब भी इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है।