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घर में पत्नी की मौत के बाद 24 घंटे के अंदर अस्पताल में पति ने तोड़ा दम, दिल्ली से लौटा बेटा तब तक...

घर में पत्नी की मौत के बाद 24 घंटे के अंदर अस्पताल में पति ने तोड़ा दम, दिल्ली से लौटा बेटा तब तक...

Aaurangabaad : कोरोना न जाने कितने परिवारों की जिंदगी तबाह कर देगा। यह खौफनाक सिलसिला लगातार जारी है। बिहार के औरंगाबाद में कोरोना से 24 घण्टे के अंदर  पति-पत्नी की हुई मौत लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। एक तरफ जहां पत्नी की मौत घर में हो जा रही है तो दूसरी तरफ पत्नी के मौत के बाद पति भी अस्पताल में दम तोड़ दे रहा है इतना ही नहीं पत्नी की घर में हुई मौत के बाद  12 घंटे से ज्यादा समय तक लाश भी नहीं उठी।

मामला औरंगाबाद नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 के न्यू एरिया मोहल्ला का है। मोहल्ले में रहने वाले देवकीनंदन सिंह की 65 वर्षीय पत्नी शांति देवी की मौत शनिवार की रात हो गई थी । विडंबना देखिए कि कोरोना के खौफ की वजह से 12 घंटे तक कोई लाश उठाने नहीं आया । इसकी सूचना जब स्थानीय पार्षद को मिली तो उन्होंने पहल करते हुए कुछ लोगों की सहायता लेकर घर पर एम्बुलेंस भिजवाया ताकि शांति देवी का दाह संस्कार किया जा सके। फिर स्थानीय लोगों व पार्षद के सहयोग से शांति देवी का दाह संस्कार कर दिया गया। शांति देवी के मरने की सूचना दिल्ली में रह रहे बेटे राहुल कुमार को दी गई। हालांकि जब तक वह वापस लौटता तब तक स्थानीय लोगों ने उनका दाह संस्कार कर दिया । लेकिन इससे भी हैरानी वाली बात यह रही कि पति 72 वर्षीय देवकीनंदन सिंह ने भी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दम तोड़ दिया।

बता दें की पति पत्नी की मौत के बाद दोनों की कोविड-19 जांच कराई गई । जांच रिपोर्ट दोनों का पॉजिटिव आया। जिस समय महिला की मौत हुई थी उस समय उनके पति देवकीनंदन से भी साथ में ही थे। रात भर लाश घर में पड़ी रही। कोई देखने तक नहीं आया। इसकी सूचना मिलते हीं स्थानीय लोग वहां पहुंचे । लाश को एंबुलेंस के माध्यम से दाह संस्कार के लिए भेजा गया । फिर बीमार देवकीनंदन सिंह को अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनके भी मौत हो गई।

कुल मिलाकर यह घटना सामाजिक संवेदनहीनता को ही साबित करता है कि एक बुजुर्ग महिला की मौत के बाद उसके पड़ोसी 12 घंटे से ज्यादा समय तक उसे देखने नहीं आते ।  बाद में जब स्थानीय लोगों को इसकी सूचना मिलती है तो उनके माध्यम से पत्नी का दाह संस्कार किया जाता है और बीमार पति को अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है जहां वह दम तोड़ देता है।

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