KATIHAR : कटिहार के प्राणपुर विधानसभा महानंदा नदी के तट पर दियारा इलाके की बड़ा भू-भाग कभी बारूद की महक और बंदूक के गूंज के कारण सुर्खियों में रहा करता था मगर अब उस इलाके में किसानों ने अपनी मेहनत से बंजर पड़े बलुआई भूमि पर तरबूज उपजा कर इस इलाके की नई पहचान दिया है> बाबूपुर दियारा इलाके की पहचान अब मीठे लाल तरबूज के लिए होने लगR है,जिसे स्थानीय बाजार के लोग तो खरीदने आते ही,साथ ही लखनऊ और बंगाल से भी इस दियारा तक तरबूज के थोक विक्रेता पहुंच कर बाहर के बाजारों तक इसे ले जाते हैं।
अपनी मेहनत से दियारा के इस रेगिस्तान में लाल मीठे तरबूज उपजा करें दियारा के फिजा बदलने वाले किसान कहते हैं कि अब ऐसा कोई बात नहीं है, कोई आतंक का भी डर नहीं है, वे लोग मेहनत कर के यहा तरबूज उगाते हैं जिससे उन लोगों को अच्छा मुनाफा भी होता है और अच्छे से घर परिवार चलता है। यहां के किसान मेघनाथ यादव कहते हैं पांच साल से खेती करते हैं, जब से खेती कर रहे हैं, तब से किसी प्रकार की आर्थिक संकट नहीं हुई है और तरबूज की खेती से लाभ हुआ है।
वहीं तरबूज की खेती से जुड़े मो. मजीद बताते हैं कि अब यहां ऐसी कोई बात नहीं है। मैं पिछले छह माह से दियारे में हूं। कोई घटना नहीं हुई है। उनका कहना था कि यहां के तरबूज लेने के लिए यूपी और बंगाल के व्यापारी आते हैं और सीधे खेत से ही खरीदारी करते हैं। जिसका हमें भी लाभ होता है। आर्थिक स्थिति में भी सुधार हुआ है।