बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

जाप सुप्रीमो की जमानत याचिका पर आज आ सकता है फैसला, 5 महीने से हैं सलाखों के पीछे, समर्थकों को है बेल मिलने की उम्मीद

जाप सुप्रीमो की जमानत याचिका पर आज आ सकता है फैसला, 5 महीने से हैं सलाखों के पीछे, समर्थकों को है बेल मिलने की उम्मीद

DARBHANGA: 32 साल पुराने मामले में 5 महीनों से जेल में बंद पूर्व सांसद पप्पू यादव सोमवार डीएमसीएच से कड़ी सुरक्षा के बीच मधेपुरा कोर्ट में हाजिर होने के लिए रवाना हो गए. पूर्व में हुई जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. हालांकि इस याचिका के फैसले को फिलहाल सुरक्षित रखा गया है. उसका फैसला आज सुनाया जाएगा. उम्मीद जताई जा रही है कि लंबे इंतजार के बाद उनको बेल मिल सकती है.

मधेपुरा जिला के मुरलीगंज थाना कांड संख्या 9/89 मामले में पप्पू यादव 5 महीने से जेल में बंद हैं. 32 साल पुराने अपहरण के इस मामले में पप्पू पर अपने साथी का ही अपहरण करने का आरोप है. जिसमें वे लम्बे समय से फरार बताए जा रहे थे. बीते 11 मई को पटना में उन्हें गिरफ्तार किया गया था तबसे वे जेल में हैं. 24 सितंबर को हुई कोर्ट में हाजिरी में कार्रवाई के संबंध में जानकारी देते हुए पप्पू यादव के अधिवक्ता मनोज कुमार अम्बष्ठ ने बताया कि सीआरपीसी की धारा 313 के तहत उन्होंने बयान दर्ज कराया है. बेल के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि वह माननीय उच्च नयायालय में लंबित है. 


वहीं,पूर्व सांसद पप्पू यादव को जन प्रतिनिधियों से संबंधित विशेष अदालत एडीजे-3 की कोर्ट में हाजिर किया गया था इस दौरान पूर्व सांसद ने अपना बयान रिकॉर्ड करवाया. पप्पू यादव ने कोर्ट को बताया कि उनकी किडनी में स्टोन हो गया है. जिसका ऑपरेशन दिल्ली में कराना है. इसलिए इलाज के लिए दिल्ली जाने की उन्होंने अनुमति दी जाए. फिलहाल इस पर कोर्ट ने क्या ऑर्डर किया यह अभी सामने नहीं आया है. उन्होंने कोर्ट से मामले पर जल्द सुनवाई कर खत्म करने की भी अपील की. जिसपर कोर्ट ने देखने की बात कही. इसके बाद उन्हें दोबारा एम्बुलेंस से डीएमसीएच भेज दिया गया था

मालूम हो कि 12 मई को पटना से पप्पू यादव को एक मामले में गिरफ्तारी के बाद जारी वारंट के आधार पर गिरफ्तार कर मधेपुरा कोर्ट लाया गया था. जहां से लोअर कोर्ट ने उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजते हुए क्वारेंटाइन जेल बीरपुर शिफ्ट कर दिया था. क्वारेंटाइन जेल बीरपुर में रहते हुए बीमारी के ग्राउंड पर वे डीएमसीएच भेजे गए थे.

Suggested News