PATNA : मधुबनी के बेनीपट्टी में हुए पांच भाइयों की हत्या को लेकर बिहार में चल रही सियासी बयानबाजी थमती नजर नहीं आ रही है। एक दिन पहले ही जहां तेजस्वी यादव ने बिहार पुलिस को जदयू पुलिस करार देते हुए पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के खिलाफ बयान दिया था। अब जदयू की तरफ से तेजस्वी पर पलटवार किया गया है। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव मधुबनी पीड़ितों की सहायता करने नहीं, बल्कि अपने लिए नारेबाजी कराने गए थे।
नीरज कुमार ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि तेजस्वी यादव पीड़ित परिवार से अपने लिए नारेबाजी लगवा रहे थे। उनसे मालाएं पहन रहे थे। जो बताता है कि तेजस्वी यादव किस तरह की राजनीति करते हैं। तेजस्वी के मधुबनी दौरे को राजनीतिक यात्रा करार देते हुए नीरज कुमार ने कहा कि पीड़ित परिवार को औकात बताना चाह रहे थे, तेजस्वी यादव के ट्विट से यह साबित होती है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि जिसने वोट नही दिया उसका भी ख्याल रखते है। दरअसल, तेजस्वी यह बताना चाहते हैं कि पीड़ित परिवार ने उन्होंने वोट नहीं दिया था।
वहीं प्रवक्ता संजय कुमार ने कहा कि लालू राज में प्रदेश में 118 नरसंहार की घटनाएं हुईं, उस समय सीएम आवास से अपराधियो को संरक्षण मिलता था। तेजस्वी बताएं कि इन नरसंहारों में कितने लोगों को न्याय मिल सका है। हमारी सरकार में अपराधी कोई भी हो, उन्हें पाताल से भी खोजकर निकाला जाता है। तेजस्वी को मौका मिले तो जेल में बंद व्यक्ति गृह मंत्री बन जाये। गंभीर आरोप का अपराधी मंन्त्रिमंण्डल में शामिल हो जाये, तेजस्वी यादव के पार्टी का 74 प्रतिशत विधायक दागी हैं। तेजस्वी का राजनीतिक श्रृंगार एफिडेविट में दिखता है
संजय कुमार ने कहा शहाबुदीन ने सिवान में जिसका मर्डर किया, उससे मिलने तेजस्वी क्यों नही गए, तेजस्वी मधुबनी तो गए पर उनके आवास के बगल में एक व्यक्ति को गोली लगी। उसे देखने की तेजस्वी को फुरसत नहीं है। उन्होंने मधुबनी कांड पर दुख जताते हुए कहा कि घटना 29 मार्च को घटी थी, तेजस्वी की नींद 3 अप्रैल को खुला वो भी ट्विटर पर। इतने दिनों तक किस राजनीतिक यात्रा पर थे जनता को बताए। उन्होंने तेजस्वी यादव को हकमार यादव बताया, जो अपने माँ बाप का नही होगा वो दूसरे का क्या होगा।
आरोपों का सबूत दे नेता प्रतिपक्ष
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि तेजस्वी ने जो आरोप लगाया है वह पूरी तरह से गलत है। मामले में अभी तक 29 तारीख से ही गिरफतारी हो रही है और अब तक 19 लोगों की गिरफ्तारी की गई, कुर्की जब्ती समय से की गई। इस दौरान तेजस्वी से मुख्य अपराधियों को पुलिस द्वारा नेपाल छोड़े जाने के आरोपों का सबूत दिखाने की मांग कही है