AURANGABAD: कोरोना महामारी का खतरा कम होते ही सांसद दोबारा क्षेत्र भ्रमण के निकलने लगे हैं। कोरोना महामारी जब पीक पर थी, तब ज्यादातर जनप्रतिनिधि घरों में दुबके हुए थे। कुछ ही गिने- चुने नेता और जनप्रतिनिधि ऐसे रहे, जिन्होनें कोरोनाकाल में भी जनता का हाथ थाने रखा। फिलहाल औरंगाबाद के काराकाट से सांसद महाबली सिंह वापस अपने क्षेत्र में पहुंच गए हैं।
काराकाट सांसद महाबली सिंह ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान सिंचाई विभाग के आईबी में एनडीए नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और जनता की समस्याओं को भी सुना। उन्होंने एनडीए कार्यकर्ताओं से कहा कि अधिक से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीकाकरण कराने के लिए जागरूक और प्रेरित करें. कुछ लोग अफवाह में पड़ कर गुमराह हो रहे हैं. ऐसे लोगों को एनडीए कार्यकर्ता घूम- घूम कर समझाएं कि कोरोना को हराने के लिये टीकाकरण ही सबसे मजबूत हथियार है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग टीकाकरण नहीं लगवाने के हजार बहाने बना रहे हैं। इन लोगों को एनडीए नेता एवं कार्यकर्ता समझाएं कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए जरूरी है कि सभी लोग कोविड-19 रोधी टीकाकरण करायें। उन्होनें बताया कि दाउदनगर पीएचसी के स्थानांतरण की सूचना जनता द्वारा दी गयी है। सरकार आम जनता के लिये काम करती है मगर यहां जनता चाहती है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का स्थानांतरण नहीं हो। जनता की मांग पर उन्होनें स्वास्थ्य मंत्री एवं जिला पदाधिकारी से बात करने का आश्वासन दिया। इस दौरान सांसद ने बताया कि बिहार में नल-जल योजना का काम करीब 90 प्रतिशत से भी अधिक पूरा हो चुका है। दाउदनगर शहर में नल जल योजना बंद रहने की शिकायत मिली है.। इसमें आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
एक सवाल के जवाब में काराकाट सांसद महाबली सिंह ने कहा कि कार्य एजेंसी को हर हालत में नल जल का कार्य कराना है। जो एजेंसी कार्य नहीं करेगी, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि 2020-21 का सांसद निधि का फंड सरकार ने कोरोना महामारी से बचाव के लिये भेज दिया है। सांसद निधि के पैसा से कोरोना महामारी के दौरान मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जा रही हैं।