दरभंगा: वामदलों के अखिल भारतीय विरोध पखवाड़ा बढ़ते महंगाई के खिलाफ शुक्रवार को जगह - जगह मोदी सरकार का पुतला भाकपा माले कार्यकर्ताओ ने फूंका और 30 जून तक गांव टोले तक जारी रखने का एलान किया।
भाकपा माले जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार आवश्यक वस्तुओं व दवाओं के मूल्य को नियंत्रित करें और कोरोना लॉक डाउन की मार झेल रहे गरीबो को 7500 रु मासिक गुजारा भत्ता , चावल - गेंहू दाल, तेल, चाय ,चीनी, मसाले छह माह तक दें । पेट्रोल डीजल के मूल्य बढ़ोत्तरी में अंतरराष्ट्रीय बाजार का हवाला दिया जाता रहा है लेकिन 2008 में जब कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर बैरल थी तो हमारे देश मे 45 रु प्रति लीटर तेल का दाम था। आज जब अंतरराष्ट्रीय कीमत 61 डॉलर प्रति बैरल है तो 100 रु से अधिक दाम हो गया है।
इन नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार जनता से अभूतपूर्व टैक्स 60 प्रतिशत पेट्रोल और 54 % डीजल पर ले रही है जबकि यह कॉरपोरेट घरानों से लेकर जनता को राहत पहुंचा सकती थी लेकिन आत्मा तो कॉरपोरेट में ही बसती है। इसलिए जनता को आवाज बुलंद करना होगा कि मोदी सरकार गद्दी छोड़ । इसका नेतृत्व भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य भूषण मंडल, दिनेश मंडल, सोनू यादव ने किया। विरोध दिवस पर बहादुरपुर, सदर , हायाघाट सहित जिले में दर्जनों जगहों पर पुतला दहन मार्च निकाल कर किया गया है। यह अभियान 30 जून तक चलेगा।