KATIHAR : पहले लॉकडाउन का मार और फिर यास तूफान की कहर ने मक्का के लिए उर्वरक कहे जाने वाले मक्का अंचल के प्रमुख जिला कटिहार के किसानों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है।
दरअसल, कटिहार के बरारी, कुर्सेला, सेमापुर, दलन, कोढ़ा और फलका प्रखंड के लगभग पूरे इलाके में हर साल मक्का का अच्छा उत्पादन होता है, इस इलाके के किसानों के लिए मक्का को डायमंड दान कहा जाता है मगर खेत से मक्का निकालने से पहले ही यास तूफान के कहर ने, मक्का किसानों के लिए मातम ला दिया, पूरी तरह तैयार मक्का के दाने बर्बाद होने से किसान खून के आंसू रोने को मजबूर है।
किसानों के माने तो उन लोगों ने निजी स्तर पर ब्याज में रुपया लेकर बड़े पैमाने पर खेती किया था, ऐसे में मक्का के बर्बादी का असर उन लोगों के जीवन शैली पर सीधे तौर पर पढ़ने जा रहे हैं,अब मक्का किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं हालांकि अब तक मुआवजे को लेकर कोई ठोस आश्वासन तो नहीं मिला है। लेकिन कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इस सर्वे करवाया जा रहे हैं, इसके बाद राज्य सरकार को मक्का की बर्बादी पर रिपोर्ट भेजा जाएगा।