PATNA : मुख्यमंत्री द्वारा विधायकों-पार्षदों से बिना किसी बातचीत के वित्तीय वर्ष 2021-22 के क्षेत्र विकास योजना मद से 2-2 करोड़ की राशि अधिग्रहीत कर लेने के फैसले के खिलाफ भाकपा माले के सभी 12 विधायक शुक्रवार को एक दिन के भूख हड़ताल पर रहे। धरने पर बैठे विधायकों की मांग है कि उनके फंड का कम से कम 50 प्रतिशत हिस्से को संबंधित जनप्रतिनिधियों के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करने में खर्च किया जाए और राशि आवंटन की पूरी प्रक्रिया में विधायकों- पार्षदों की सहभागिता व उनकी सलाह को सर्वोपरि माना जाए।
भूख हड़ताल पर बैठे विधायकों ने बताया कि सरकार ने विधायकों के मद में मिलनेवाली राशि को रोक दिया है। जिसके कारण हम अपने क्षेत्र में महामारी में लोगों की सहायता नहीं कर पा रहे हैं, लोग सवाल उठा रहे हैं। विधायकों ने बताया कि कई विधायक अपने विधानसभा में ऑक्सीजन प्लांट लगाना चाहते हैं. लेकिन फंड नहीं होने के कारण अनुशंसा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में सरकार को विधायकों की परेशानी समझने की आवश्यकता है।
बता दें कि कोरोना महामारी के कारण राज्य सरकार ने सभी विधायकों और एमएलसी को इस साल मिलने वाला फंड जारी करने पर रोक लगा दी है। सरकार के इस फैसले को लेकर विपक्ष की तरफ से विरोध जताया जा रहा है। तीन दिन पहले ही तेजस्वी यादव ने भी विधायक फंड पर रोक लगाए जाने को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था विधायक फंड से मिलनेवाली राशि को उनके विधानसभा क्षेत्र में ही खर्च करने की मांग की थी। अब यही मांग माले विधायकों द्वारा भी की गई है।