JAMUI: बिहार में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा चुका है. लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही सरकार ने गरीबों, प्रवासी मजदूरों और आर्थिक रुप से कमजोर तबके के लोगों के लिए सामुदायिक रसोई की भी शुरुआत सूबे के हर जिले में की है, जिससे लॉकडाउन के बीच कोई भी भूखा ना रहे। कोरोनाकाल और लॉकडाउन के बीच सरकारी व्यवसाथाओं का जांयजा लेने के लिए कई सांसद, मंत्री, विधायक अपने अपने क्षेत्रों के लगातार दौरे पर हैं। इसी क्रम में बिहार सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह भी लगातार अपने क्षेत्र के दौरे पर हैं। मंत्री महोदय लगातार जनता से रू-ब-रू हो रहे हैं, चाहे वह अस्पताल जाकर मरीजों का हाल जानना हो या फिर सामुदायिक रसोई का जायजा लेना, मंत्री सुमित कुमार सिंह हर व्यवस्था का बारीकी से आकलन कर रहे हैं।
इसी क्रम में मंत्री ने जमुई, गरही, बरहट एवं खैरा में चल रहे सामुदायिक रसोई का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होनें वहां मौजूद अधिकारियों को समझाया कि सामुदायिक रसोई में समुचित साफ-सफाई के साथ भोजन के गुणवत्ता पर निरंतर ध्यान दिया जाना चाहिए। इतना हीं नहीं कोई भी जरूरतमंद भूखा ना रहे इसका भी पूरा ख्याल रखा जाना चाहिए। इसके अलावा मंत्री ने वहां भोजन कर रहे लोगों से भी फीडबैक लिया। साथ ही सामुदायिक रसोई में नियुक्त पदाधिकारी को भोजन करने आने वाले लोगों को अनिवार्य रूप से सैनिटाइज करने का निर्देश दिया। वहां मौजूद सभी लोगों को मंत्री के सामने ही मास्क का वितरण किया गया और मंत्री ने सभी लोगों से कहा कि अगर आपको भोजन संबंधी कोई भी परेशानी हो तो आप तुंरत इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों को कर सकते हैं।
वहीं जायजा लेने के बाद मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने व इसके रोकथाम के लिए लगे लॉकडाउन के दौरान जिले के जरूतरमंद व बेसहारा लोगों को पौष्टिक और स्वच्छ भोजन समय पर मिलना चाहिए। इसके लिए माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशन में सरकार के तरफ से तमाम प्रयास किये जा रहे हैं। एक जनप्रतिनिधि के रूप में हमारी जिम्मेदारी है कि सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का समय-समय पर अवलोकन कर कमियों को दूर करने का प्रयास करें।