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BIHAR NEWS: सूबे में अगले माह से काम करने लगेंगे आधुनिक अभिलेखागार सह डाटा केंद्र, सुपौल से होगी शुरुआत

BIHAR NEWS: सूबे में अगले माह से काम करने लगेंगे आधुनिक अभिलेखागार सह डाटा केंद्र, सुपौल से होगी शुरुआत

पटना: सूबे में अगले माह से आधुनिक अभिलेखागार सह डाटा केंद्र काम करने लगेंगे। इसकी विधिवत शुरुआत सुपौल से होगी। 15 अगस्त तक 120 और अंचलों में आधुनिक अभिलेखागार शुरू करने का लक्ष्य है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में भूमि सर्वेक्षण कार्य की समीक्षा की। समीक्षा में उन मौजों पर फोकस किया गया जहां सर्वेक्षण का काम एडवांस स्टेज में है। 

कई जिलों में हुई है प्रगति

भू- अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने शेखपुरा, सुपौल, बेगूसराय और मुंगेर जिलों के उन 65 मौजों की सूची पेश की, जहां भूमि सर्वेक्षण के काम  में काफी प्रगति हुई है और जहां इस साल तक काम पूरा हो सकता है। इनमें शेखपुरा के 14 मौजा, सुपौल जिला के चार, बेगूसराय जिला के 26 मौजे और मुंगेर जिला के 21 मौजे शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव ने सभी मौजों में हो रहे काम की बिंदुवार समीक्षा करने के बाद उक्त सभी मौजों में दिसंबर, 21 तक अंतिम प्रकाशन कर लेने का निदेश दिया। उक्त 65 मौजों के अतिरिक्त प्राथमिकता के 20 जिलों के जिन मौजों में काम की रफ्तार संतोषजनक है, वहां काम को और तेज करने के उपायों पर चर्चा हुई। हवाई एजेंसियों की उपस्थिति और उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए संसाधन की समीक्षा की गई। कई जिलों में ग्राम सीमा सत्यापित और त्रि-सीमाना निर्धारित विशेष सर्वेक्षण नक्शों की आपूर्ति में एजेंसी द्वारा की जा रही देरी को लेकर चर्चा हुई। विशेषकर आईआईसी द्वारा निर्धारित संख्या से कम ईटीएस मशीन और स्टाफ देने की बात उठी। निदेशक, भू-अभिलेख द्वारा बताया गया कि हैदराबाद की एरियल एजेंसी, आईआईसी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। अगर कंपनी की लापरवाही की वजह से सर्वे का काम बाधित होता है या उसमें विलंब होता है तो उसकी भरपाई कंपनी से की जाएगी। 

बैठक में उन नौ जिलों में भू-सर्वे के काम की समीक्षा की गई जहां निदेशालय से चार अधिकारियों की टीम को स्थल पर जाकर काम के प्रगति को देखने के लिए भेजा गया था। निदेशालय के चार नोडल पदाधिकारियों को जिलों में किस्तवार और खानापुरी के अलावे याददाश्त पंजी के संधारण, वंशावली के ग्राम सभा में अनुमोदन, काम में कमजोर सर्वेक्षण कर्मियों की पहचान करने और अंचलों में शुरु होने वाले आधुनिक अभिलेखागारों की क्रियाशील करने में हो रही दिक्कतों की जानकारी लेकर रिपोर्ट करना था। नोडल पदाधिकारियों को उन मौजों की पहचान भी करनी थी जहां फोकस करने से अपेक्षित परिणाम आ सकता है। 

बैठक में आधुनिक अभिलेखागारों को क्रियान्वित करने में हो रही देरी जैसे बिंदु पर भी समीक्षा की गयी। अपर मुख्य सचिव को बताया गया कि जिन अंचलों में उपस्करों की खरीद हेतु पैसा जिला पदाधिकारियों को भेजा गया है, उनमें से 121 अंचलों में सामानों की आपूर्ति हो चुकी है। सुपौल के नोडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि वहां आधुनिक अभिलेखागार के लिए जरुरी उपस्करों की खरीद की जा चुकी है। बैठक में ही अपर मुख्य सचिव ने सुपौल के जिला पदाधिकारी से बात की और 15 जुलाई से सुपौल में आधुनिक अभिलेखागार की विधिवत शुरुआत करने का निर्देश दे दिया। शेष 120 अंचलों में 15 अगस्त से आधुनिक अभिलेखागार की शुरुआत का लक्ष्य रखा गया है। 

आधुनिक अभिलेखागारों को क्रियान्वित करने के लिए जरुरी कंप्यूटर आपरेटर के लिए बेल्ट्रॉन को पत्र लिखने का निर्देश, निदेशक भू-अभिलेख और परिमाप को दिया गया। स्थायी बहाली होने तक आधुनिक अभिलेखागारों के लिए बेल्ट्रॉन को कर्मी को उपलब्ध कराना है। फिलहाल हरेक अंचल के लिए चार कंप्यूटर आपरेटर की मांग बेल्ट्रॉन से की जाएगी। इससे पहले जिन अंचलों में दो मंजिला आधुनिक अभिलेखागार बने हैं, वहां जरुरी सामानों की खरीद हेतु 16.10 लाख की दर से पैसा संबंधित जिला पदाधिकारी को भेजा गया था। उसमें हो रही देरी की वजह से हाल ही में सभी जिला पदाधिकारियों को अर्द्धसरकारी पत्र भेजा गया था जिसके बाद काम में तेजी आई है। 

 

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