NAWADA : जिले में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है हालांकि इस बात की पुष्टि जिला प्रशासन नहीं कर रही है। जिला प्रशासन के अधिकारी ने साफ तौर से कहे है कि 10 लोगों की मौत हुई है सभी लोगों की अलग-अलग बीमारी से मौत हुई है तीन की रिपोर्ट आना बाकी है। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि शराब से हुए मौत पर सिसवां निवासी मृतक गोपाल सिंह के परिजनो ने नवादा पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस जबरन उन पर दवाब बना रही है कि उसकी मौत शराब से नही हुई है।
जबरन कराया दस्तखत
परिजनों ने आरोप लगाया कि देर रात पुलिस घर पर पहुंचकर यह आवेदन लिखवा कर उस पर दस्तखत करवाती है कि उनके भाई की मौत शराब से नहीं हुई है बल्कि हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई है। जबकि मृतक धर्मेंद्र सिंह के परिवार वालों का कहना है कि होली के दिन वह छुट्टी लेकर घर आए और घर में ही शराब पीकर रह गए। शराब पीने के कई घंटे के बाद उनकी रात में अचानक तबीयत खराब हुई और उन्हें नवादा सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें पावापुरी स्थित वीम्स रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई और डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण हार्ट अटैक लिख दिया गया।
मगर उनके परिजन इस बात को मानने को तैयार नहीं है क्योंकि कि उन्हें दिल से संबंधित कोई भी बीमारी थी। मृतक की पत्नी गुड़िया कुमारी ने बताया कि रात को अचानक पुलिस आती है और उन्हें और उनके परिवार को धमकाती है कि इस लेटर पर साइन कर दें कि उनकी पति की मौत शराब से नहीं हुई है। जब इस काम से वह इंकार कर दी तो उनके जेठ से यह काम जबरन करवा लिया गया।
पुलिस कर रही जबरदस्ती
इस मामले पर नवादा विधायक विभा देवी ने नवादा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी कमियों को छुपाने के लिए ऐसा कर रही है। शराब सभी जगह चालू है और शराब पीने से ही धर्मेंद्र सिंह की मौत हुई है जो परिजन लगातार बताने का कार्य कर रहे है।नवादा पुलिस जबरन उनसे यह काम करवा रही है जो तानाशाही का एक नमूना है।
डीएसपी ने कहा - धमकी मिली तो दर्ज कराएं मामला
वहीं इस पूरे मामले पर नवादा एसपी डीएस सावलाराम ने कहा कि धर्मेंद्र सिंह की मौत हार्ट अटैक से हुई है जिसका उनके पास प्रमाण पत्र भी है।पुलिस उनके पास फ़र्दबयान लेने गयी हुई थी। उन्हें जो पुलिस पर आरोप लगाना है वो अपने एफआईआर में लिखकर दें उसी हिसाब से वो आगे की कार्रवाई करेंगे। मगर फिलहाल उनके डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण हार्ट अटैक ही है।