मुजफ्फरपुर: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया द्वारा दिये गये बयान कि कोरोना काल में भारत में किसी भी एक व्यक्ति की मृत्यु आक्सीजन के अभाव में नहीं हुई है, उसे लेकर मुजफ्फरपुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया और राज्य स्वास्थ्य मंत्री भारती प्रवीण पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि पूरे देश में हजारों लोगों ने वेंटीलेटर और ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना से प्राणों को गंवाया है, इसके बावजूद दोनों अभियुक्तों ने सदन में देश के लोगों को बयान देकर धोखा देने का काम किया है। जिस से आहत होकर उन्होंने न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई है।
परिवादी के वकील सूरज कुमार का कहना है कि धारा 153, 153A,295 और 295 A के तहत परिवाद दायर किया गया है। न्यायालय ने परिवाद स्वीकार करते हुए सुनवाई की अगली तिथि 28 जुलाई सुनिश्चित की है।