MOTIHARI: मोतिहारी जिला में एक ऐसा गांव है जहां लोगों के मन में बेहद ही अजीब और गलत धारणा घर कर गई है। लोगों के मन में कोरोना टीके को लेकर इतना डर बैठ गया है कि पूरे गांव ने टीका लेने से मना कर दिया है। लोगों को भय है कि टीका लेने से उनका मौत हो जाएगी। इस वजह से उन्होनें स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव से बैरंग लौटा दिया।
मोतिहारी जिले के संग्रामपुर प्रखंड के मंगलापुर गांव के वार्ड 14 से यह अजीबोगरीब मामला सामने आया है। संग्रामपुर पीएचसी प्रभारी नीरज कुमार ने बताया कि ग्रामीणों को बहुत समझाने का प्रयास किया गया, मगर किसी ने उनकी बात नहीं मानी। किसी गलतफमी के कारण लोग टीका लेने से पीछे हट रहे, जिस वजह से टीकाकरण करने गई टीम वापस लौट आई। हालांकि उनका कहना है कि टीम दोबारा मंगलापुर गांव जाकर लोगों को समझाने की कोशिश करेगी। इस गांव की आबादी 800 से ज्यादा है, जहां किसी ने टीका नहीं लगवाया है।
टीकाकरण को गई टीम के कर्मियों से जब जानकारी ली गई तो पता चला कि लोगों में टीके के संबंध में गलत विचारधारा घर कर गई है। टीम सुबह से पहुंची हुई थी मगर घंटो बाद भी कोई शख्स टीका लेने नहीं पहुंचा तो उन्हें अजीब लगा। स्वास्थ्य कर्मियों ने घर-घर जाकर लोगों से कारण पूछा तो सभी लोगों ने लगभग एक जैसा जवाब दिया। लोगों का कहना था कि सुई से उनकी मौत हो सकती है। मौत होने पर उनकी जिम्मेदारी कौन लेगा? कर्मियों ने लाख समझाया कि इससे बीमारी फैलती नहीं है बल्कि बीमारी को यह रोकता है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हुआ।
जानकारी के बाद बीडीओ ने मुखिया प्रतिनिधि ओमप्रकाश कुमार यादव से लोगों को समझाकर टीका दिलवाने की बात कही। ओमप्रकाश खुद वहां जाकर घण्टों लोगों को समझाते रहे, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। मामले में आंगनबाड़ी सेविका सुप्रिया कुमारी और सहायिका बबिता देवी ने बताया कि लोगों में गलतफहमी फैल गई है, जिसने खौफ का रूप ले लिया है। इस वजह से सभी पीछे हट रहे हैं।