पटना: केंद्र सरकार ने ताप विद्युत प्रतिष्ठानों को बेहतर गुणवत्ता वाले कोयला उपलब्ध कराने हेतु वर्तमान अनुश्रवण प्रणाली को और प्रभावी बनाने का निर्णय लिया है। यह जानकारी केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी ने पत्र लिखकर सूबे के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को दी है। ज्ञात हो कि बिजेंद्र प्रसाद यादव की तरफ से इस मामले पर विशेष अनुरोध किया गया था।
ज्ञात हो कि बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कोयले की बेहतर गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार से विशेष कदम उठाने के लिए अनुरोध किया था। जिसके बाद केंद्रीय कोयला मंत्री ने तीन नये महत्वपूर्ण पहल से कोयले की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने की बात कही है। अब CIMFR के अलावा अन्य प्रतिष्ठित एजेंसिंयों को कोयले की नमूने की जांच करने हेतु कार्य आवंटित किया जायेगा। ऊर्जा प्रक्षेत्र के लिए पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन को इन एजेंसियों के सूचीकरण के लिए अधिकृत किया जायेगा। कोयले की गुणवत्ता का नमूना जांच लोडिंग स्थल पर ही किया जाना है। केंद्रीय कोयला मंत्री ने आने वाले वर्षों में बेहतर कोयले की उपलब्धता की भी बात कही है।
बता दें कि ताप विद्युत प्रतिष्ठानों में बेहतर गुणवत्ता वाले कोयला के उपयोग से विद्युत उत्पादन प्रतिष्ठानों की फ्यूल इफीसिएंशी में वृद्धि होती है, जिससे विद्युत उत्पादन की लागत राशि में कमी आ जाती है, जिसके कारण विद्युत वितरण कंपनियों को सस्ती बिजली प्राप्त होती है। ऊर्जा मंत्री द्वारा पहले भी कई बार इस मसले को उठाया जा चुका है। केंद्र सरकार के इस कदम पर ऊर्जा मंत्री ने अपना आभार जताते हुए कहा कि इससे बिहार के लोगों को भविष्य में अपेक्षाकृत सस्ती बिजली मिल सकेगी।