PATNA : कोरोना लॉकडाउन में गरीब तबके के लोगों के लिए बेहद ही मददगार रही राज्य सरकार की कम्यूनिटी किचन को बंद किया जा रहा है। अब गरीब वर्ग के लोगों को सरकार की तरफ से मिलनेवाला मुफ्त भोजन नहीं मिल पाएगा। बताया गया कि कारोना संक्रमण के प्रसार में कमी और लाकडाउन में ढील के कारण आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य में चल रहे सामुदायिक रसोई को बंद करने का फैसला किया है। विभाग ने सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखकर सामुदायिक रसोई को बंद करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। आदेश के बाद जहां कुछ जिलो में किचन पर ताला लग गया है, वहीं कुछ जिलों में बंद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
739 रसोई में 56 लाख लोगों ने खाना खाया
कोरोना लॉकडाउन में गरीब वर्ग के लोगों के लिए काम धंधा बंद होने की स्थिति में राज्य सरकार की तरफ से सभी जिलों में सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई थी। आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में इस दौरान 739 सामुदायिक रसोई घरों का संचालन किया गया। जिनमें 56 लाख लोगों ने खाना खाया। इसके अलावा रसोई में आने वाले बच्चों के लिए सरकार द्वारा दूध की व्यवस्था भी की गई थी। बाद में सरकार ने होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के लिए यह व्यवस्था की थी कि वह भी चाहे तो सामुदायिक रसोई से खाना मंगा सकते हैं। इसके लिए सभी जिलों में मोबाइल नंबर जारी किये गये थे।
अब बंद करने की तैयारी
प्रदेश में कोरोना का प्रभाव काफी हद तक कम हो गया है। राज्य में लॉकडाउन भी खत्म कर दिया गया है। ऐसे में राज्य सरकार का मानना है कि अब कम्यूनिटी किचन की कोई आवश्यकता नहीं है। ऐसे में अब इसे बंद करना ही बेहतर है।