AURANGABAD: कोरोना काल की इस भयानक त्रासदी में देश में एक अलग ही तरह का संकट सामने आया है. यह संकट है सांसों की कमी का, यानी की ऑक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं होने का. कोरोना की यह दूसरी लहर लोगों की सांसों पर काफी भारी पड़ रही है और गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ रही है. मगर ज्यादातर अस्पतालों में या तो पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध नहीं है या फिर ऑक्सीजन की कमी है जिस वजह से संक्रमित हो कि मौत हो जाती है.
बिहार के औरंगाबाद में जिले के बारूण क्षेत्र में ऑक्सीजन रिफिलिंग यूनिट पूरी क्षमता से कार्यरत है जिस वजह से औरंगाबाद और उसके आसपास के जिलों में अब तक ऑक्सीजन की कमी की खबर नहीं आई है. इस सिलेंडर रिफिलिंग यूनिट को कोरोना महामारी में पूरी क्षमता से चलाया जा रहा है और जरूरतमंदों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर भिजवाए जा रहे हैं. यहां काम करने वाले व्यक्ति भोला विश्वकर्मा ने बताया कि साल 2016 से में मेडिकल ऑक्सीजन गैस सिलेंडर फिलिंग यूनिट की स्थापना की गई थी. इस साल कोरोना महामारी में इसका काफी ज्यादा उपयोग हो रहा है. जहां जब भी जरूरत पड़ती है हम सिलेंडर उपलब्ध करवा देते हैं. फिलहाल ऑक्सीजन की कमी की खबर सामने नहीं आई है.
इसी संदर्भ में औरंगाबाद जिला अधिकारी सौरव जोरवाल बताते हैं कि जिला प्रशासन ने आवश्यकता के अनुसार कोविड संक्रमित मरीजों के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध करवा दिया है, अस्पताल में जरूरत से ज्यादा ऑक्सीजन उपलब्ध है. भर्ती मरीजों को कोई परेशानी नहीं होगी और जरूरत पड़ने पर आसपास के जिलों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे जा सकते हैं. इसके अलावा औरंगाबाद के अस्पताल में कोरोना के इलाज में काम आने वाली दवाइयों भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. यहां मरीजों का अच्छी तरह से ख्याल रखा जा रहा है. इसके अलावा जिलाधिकारी ने लोगों से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की और हल्के लक्षण दिखने पर भी टेस्ट करवाकर एहतियात बरतने की अपील की.