बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BIHAR NEWS : पक्की सड़क नहीं होने के खाट पर टांग कर ले गए मरीज को, वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आया प्रशासन, कहा - जल्द बनेगा डीपीआर

BIHAR NEWS : पक्की सड़क नहीं होने के खाट पर टांग कर ले गए मरीज को, वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आया प्रशासन, कहा - जल्द बनेगा डीपीआर

AURANGABAD : विरोध करने का नया तरीका वीडियो बनाकर किया सोशल मीडिया पर वायरल सड़क के लिए तरस रहे हैं खैरा हरनाथ टोले दुसाध विगहा के ग्रामीण हल्की बारिश होने पर भी मरीज को खाट पर टांग कर ले जाते हैं अस्पताल। इस वीडियो में सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी लगाया गया है। बस एक ही मांग है कि सड़क निर्माण हो सके। मामला औरंगाबाद जिले के अंबा हरगांव की पक्की सड़क से जोड़ने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है, इसके बाद भी प्रखंड के दर्जनों गांव आज भी बारहमासी सड़क से वंचित है। पक्की सड़क के अभाव में लोग आज भी पगडंडी के सहारे आवागमन करते हैं ऐसे में हल्की बारिश हो जाने पर भी लोगों को घर से निकलना भी मुश्किल हो जाता है।इसका जीता जागता उदाहरण घेवरा पंचायत के खैरा हरनाथ टोले दुसाध विगहा गांव में देखने को मिलता है।

यहां लगभग 40 - 50 घर के दलित परिवार वाले इस बस्ती में आने जाने के लिए किसी तरह का सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। गांव के लोग पगडंडी को ट्रैक्टर से बराबर कर आवागमन करते हैं ग्रामीण नागेंद्र पासवान उपेंद्र पासवान ललित पासवान भिखारी पासवान मुकेश पासवान नंद किशोर पासवान गुप्तेश्वर पासवान राम उमेश पासवान व अरविंद पासवान आदि बताते हैं कि  वर्ष के 6 महीने तक तो पगडंडी के सहारे आवागमन करते हैं ।बारिश होने पर 6 महीने तक आवागमन बंद हो जाता है हल्की बारिश होने पर भी थी ऐसी होती है कि गांव में दो पहिया वाहन भी नहीं जा पाता है। पैदल आवागमन करने में भी लोगों को परेशानी होती है। ग्रामीणों ने बताया यदि किसी की तबीयत बिगड़ जाती है तो परेशानी अधिक बढ़ जाता है बीमार व्यक्ति को आज भी खाट पर टांग कर ले जाने के लिए ग्रामीण मजबूर हैं।

क्षेत्र में दुसाध बिगहा जैसे दर्जनों गांव, जहां ऐसी समस्या


 ऐसा नहीं कि दुसाध विगहा गांव के लोग सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं बल्कि प्रखंड में ऐसे दर्जनों गांव हैं शिवरा पंचायत के ही लबरी खुर्द गांव आज भी सड़क से वंचित है बरसात के दिनों में उक्त गांव के लोग घर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। खैरा हरनाथ डोले दुसाध बीघा के ग्रामीण आज भी किसी को बीमार पड़ने पर खाट पर टांग कर ले जाने को मजबूर हैं। गांव के दिलीप पासवान की तबीयत खराब हुई पहले तो परिजनों ने घरेलू उपचार करना चाहा पर जब बुखार काफी बढ़ गई तो ग्रामीणों ने खाट पर टांग कर इलाज कराने पहुंचे हैं खाट पर टांग कर ले जाते समय ग्रामीण बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार दलित बस्ती के विकास की बात तो करती है पर धरातल पर ऐसा नहीं दिखता है।गांव तक पहुंचने के लिए महज 700 मीटर कच्ची सड़क है जिसका निर्माण पंचायत द्वारा भी कराया जा सकता है। पर दलित की इस बस्ती की ओर न तो पंचायत का ध्यान है और न ही जिला प्रशासन का।

कागज से आगे नहीं बढ़ा मामला

 ग्रामीणों ने बताया कि चांद खाप एवं मटिहानी दोनों ओर से गांव की दूरी महज 700 मीटर है सड़क निर्माण के लिए अधिकारियों द्वारा कई बार सर्वे व मापी गई जब अधिकारी मापी करते हैं तो ऐसा लगता है कि इस बार सड़क का निर्माण हो जाएगा।और हम सभी को बरसात के दिनों में परेशानी नहीं होगी पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि इसके लिए कई बार प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के पास दौड़ लगाया पर आश्वासन के सिवा अब तक कुछ नहीं मिला विदित हो कि पिछले बार चुनाव में ग्रामीणों ने सड़क नहीं होने पर वोट बहिष्कार का निर्णय भी लिया था। इस मामलेे में जिले के जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहां कि एक वीडियो वायरल हुआ है ।जल्द ही सड़क का डीपीआर तैयार किया जाएगा। और जल्द सड़क निर्माण का कार्य किया जाएगा।

Suggested News