पटना: आपको पता चला ! पटना साहिब के सांसद महोदय आये भी और चले भी गये। नहीं न, हमें भी पता नहीं चलता अगर सांसद महोदय की तरफ से वर्चुअल मीटिंग की प्रेस रिलीज जारी नहीं होती। जी हां, बेचारी जनता तो हमेशा इनके दर्शन को हमेशा लालायित रहती है लेकिन सांसद महोदय दूज की चांद की तरह कब निकलते हैं और कब छिप जाते हैं, पता ही नहीं चलता है। कोरोना काल के विपरित हालात में न जाने कितने ऑक्सीजन और दवा के अभाव में काल कवलित हो गये लेकिन उनका ध्यान तब नहीं आया, अब आया है। फला हो वर्चुअल मीटिंग के प्रेस रिलीज का, नहीं तो यह जानकारी भी सामने नहीं आती कि सांसद महोदय आये भी थे।
डीएम ने रोक दिया !
दरअसल जानकारी यह कहती है कि सांसद महोदय शुक्रवार को पटना आये थे। आयेंगे ही, जब आयेंगे तो मीटिंग भी होनी होगी, हुई भी, फिर उसके बाद हस्तिनापुर भी चले गये। असल में लोगों को तब जानकारी मिली, जब सांसद महोदय ने अपना प्रेस रिलीज जारी कर अपने आने की सूचना दी। उन्होंने अपने प्रेस रिलीज में यह लिखा, श्री रविशंकर प्रसाद केन्द्रीय विधि व न्याय, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री, भारत सरकार आज अपने क्षेत्र के दौरे पर थे और उनकी बहुत इच्छा थी कि वे स्वयं पटना के कुछ अस्पतालों का निरीक्षण करे, वैक्सीन केन्द्रों में जाए और सामुदायिक किचेन का जाकर निरीक्षण करे लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा उनको ये सलाह दी गई कि लॉकडाउन के नियमों के कारण उनका स्वयं जाकर निरीक्षण करना उचित नहीं होगा।
विधायकों, अधिकारियों के साथ की वर्चुअल मीटिंग
मतलब यह कि वह लोगों से मिलना चाहते थे लेकिन डीएम ने अनुमति नहीं दी। खैर जब प्रशासन की तरफ से सहमति नहीं मिली तो सांसद महोदय ने पटना साहिब के सभी विधायकों नंद किशोर यादव, अरूण सिन्हा, बांकीपुर विधायक सह मंत्री नीतिन नवीन, संजीव चौरसिया, बीजेपी पटना महानगर अध्यक्ष अभिषेक कुमार के साथ डीएम पटना व अन्य दूसरे पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग की। जिसमें उन्होंने डीएम पटना से कहा कि जनता के पास यह जानकारी होनी चाहिए कि पटना के अलग-अलग हॉस्पिटलों में कितने बेड खाली हैं व कितने आइसीयू व वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। उन्होंने टेस्टिंग रिपोर्ट को भी 24 घंटे में उपलब्ध कराने की पूरी कोशिश की बात कही तथा वैक्सिनेशन प्रक्रिया में भी तेज गति लाने को कहा।