PATNA : बिहार से सबसे बड़े सरकारी अस्पताल का दर्जा रखने वाले पीएमसीएच में मरीजों के प्रति किस तरह की संवेदनाएं रखती है। कुछ दिन पहले पीएमसीएच में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक बीमार बच्चे को गोद में लेकर एक महिला जांच के लिए जा रही थी, वहीं साथ में बच्चे से जुड़ा ऑक्सीजन सिंलेडर लेकर एक आदमी आगे चल रहा था। इस घटना से भी प्रबंधन ने कोई सबक नहीं लिया और फिर से एक बड़ी लापरवाही कर दी है। यहां प्रसव के लिए आई एक महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया। प्रसुता का दोष बस इतना था कि वह कोविड से संक्रमित थी। पीएमसीएच के इनकार के बाद महिला को प्राइवेट हॉस्पीटल जाना पड़ा, जहां डॉक्टरों ने इस बात की चिंता किए बगैर प्रसुता को एडमिट कराया और बाद में महिला ने दो जुड़वां बच्चों को सकुशल जन्म दिया।
बताया गया कि पीएमसीएच में जांच के बाद जब कोरोना पॉजिटिव निकलीं तो अस्पताल में इलाज से इनकार कर दिया गया. इसके बाद उन्होंने इलाज के लिए कई अस्पतालों का चक्कर लगाया पर किसी ने भर्ती नहीं लिया. पति पंकज राय पटना के निजी अस्पताल में पत्नी को लेकर पहुंचे तो यहां अस्पताल प्रबंधन ने हालत गंभीर बताते हुए उसे भर्ती ले लिया. भर्ती होने के साथ ही महिला के ऑपरेशन की तैयारी शुरू हुई और महज कुछ घंट बाद ही मरीज रीना राय का डॉक्टरों ने सफलतापूर्वक प्रसव कराया और जुड़वां बच्चे ने जन्म लिया.
क्या है मामला?- गोपालगंज जिले के जलालपुर की निवासी एक 38 वर्षीय गर्भवती महिला शुक्रवार को पटना पहुंची और पीएमसीएच में प्रसूति वार्ड में भर्ती हुई थी. लेकिन कोरोना जांच के बाद रिपोर्ट आते ही महिला का इलाज बंद कर दिया गया. पति पंकज राय ने कहा कि वह बेहतर इलाज के लिए वो पटना पहुंचे थे और पीएमसीएच में पत्नी का प्रसव करवाना चाहते थे. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें पता नहीं था कि उसकी पत्नी रीना राय कोविड पॉजिटिव हैं.