NAWADA : जिले में एक के बाद हुई मौत की घटनाओं को लेकर सियासत गरमा गई है। जहां तमाम विपक्षी पार्टियां इसके लिए जहरीली शराब को मुख्य कारण मानकर दोषियों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग कर रही है, वहीं जिला प्रशासन सहित इन मौतों को लेकर शराब सेवन को मुख्य कारण मानने से इनकार कर रहे हैं। यहां तक कि प्रशासन की तरफ से 14 की जगह सिर्फ 10 लोगों के मरने की पुष्टि की जा रही है
एक प्रेस वार्ता में एसपी डीएम ने कहा 10 मौतों में पांच लोगों की मौत के कारण की पुष्टि हो गई है, जिनके रिपोर्ट में शराब सेवन की बात सामने नहीं आई है। परिजन के द्वारा साफ तौर पर कहा जा रहा है से सभी लोगों की मौत शराब पीने से ही हुई है। जिले के दोनों वरीय अधिकारियों ने शराब की जगह ताड़ी सेवन की पुष्टि की है।
इसी बीच राजद विधायक विभा देवी मृतक के परिजन से मुलाकात करने पहुंची। उनके साथ राजद जिला अध्यक्ष सहित तमाम लोग उपस्थित थे। नवादा विधायक ने 14 लोगों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने साफ कहा कि इलाके में पुलिस और प्रशासन में बैठे लोग शराब बेचवाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनकी मौत शराब सेवन से हुई है और अब सरकार दोषियों को बचाने के लिए तरह तरह के बहाने बना रही है। प्रदेश में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं और सरकार इससे पल्ला झाड़ने में लगी रहती है।
कांग्रेस भी हमलावर
14 लोगों को की मौत पर कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि सरकार मैं ऐसे ऐसे अधिकारी बैठे हैं जो विद्यमान है रिपोर्ट आने से पहले ही उनको पता चल जाता है कि वह शराब पीने से नहीं मरे हैं। उनका कहना है कि जो लोग इसमें दोषी हैं उनको फांसी की सजा होनी चाहिए। साफ तौर पर उन्होंने कहा है कि जीतन राम मांझी ने जो बयान दिया था कि वरीय अधिकारी भी इसमें सम्मिलित हैं तो उन पर उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी एक बड़े नेता हैं और उनके बात में वजन है। कहीं ना कहीं वरीय अधिकारियों की मिलीभगत है और छोटे मछलियों को फंसा कर बड़े मछली बचना चाहते हैं लेकिन सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए और जो भी दोषी हो उनको फांसी की सजा की मांग करते हैं