GAYA : सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट नौकरी उस नौकरी में ट्रांसफर और प्रमोशन होता है ये बाते सभी लोग जानते है । लेकिन नक्सलियों की ट्रांसफर और प्रमोशन शायद कमी लोग जानते है । ऐसा ही मामला गया जिले के भाकपा माओबादी संगठन के इनामी नक्सली संदीप यादव को प्रमोशन देते हुए छतीसगढ़ कर दिया है। वही इस ट्रांसफर को लेकर कुख्यात नक्सली संदीप यादव ने नाराजगी जताते हुए छत्तीसगढ़ जाने से साफ इंकार कर दिया । ये उक्त बातें खुलासा कब हुआ जब संदीप यादव ने नाराजगी जताई।
झारखंड में 30 लाख का इनामी
हम आपको बता दे कि कुख्यात नक्सली संदीप यादव पर झारखण्ड सरकार ने 30 लाख और बिहार सरकार ने 5 लाख रुपये का इनाम कई बर्षो से घोषित किया है। सीआरपीएफ टीम और व जिला पुलिस की टीम के वर्षो से संदीप यादव को पकड़े में लगी हुई थी । लेकिन आजतक पुलिस के हत्थे नही चढ़ा । इस कुख्यात नक्सली को पकड़ने के लिए पुलिस हर रोज जाल बिछाकर प्लान बनाता था । लेकिन फिर भी आजतक पुलिस के हत्थे नही चढ़ा ।इसका नाम का चर्चा सुनते ही पुलिस रौंगटे खड़े हो जाते है।
बिहार मेरी कर्म भूमि, यह बहुत काम अभी बाकि है
हम आपको बता दे कि कुख्यात नक्सली संदीप यादव 15 वर्षो तक बिहार झारखण्ड के शीर्ष नेता के भूमिका में रहे है। अब उसके काम को देखते हुए छत्तीसगढ़ में संगठन को मजबूत करने के लिए कहा गया है। सूत्रों के मुताबिक संदीप यादव का कहना है कि प्रमोशन के साथ साथ ट्रांसफर लेने का ऑफर को यह कहते हुए ठुकरा दिया हैऔर कहा कि बिहार हमारी कर्म भूमि है। यहां अभी बहुत कुछ करना है। जिसे पूरा करने के बाद आगे सोचेगे।
पत्नी टीचर और बेटा इंजिनियर
कुख्यात नक्सली संदीप यादव उर्फ विजय यादव नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) का सक्रिय सदस्य और बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी और मध्य जोन में सक्रिय रहा है। इसपर 88 नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, संदीप ने आपराधिक पृष्टभूमि के बल पर लेवी और रंगदारी के पैसे से अकूत संपत्ति बनाए। संदीप के पास रांची में 30 लाख से अधिक रुपये के फ्लैट और करीब 50 लाख रुपये रियल स्टेट में निवेश है। साथ ही पत्नी के नाम पर बैंकों में लाखों रुपये जमा हैं। बताया जा रहा है कि संदीप की पत्नी गया जिले के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में टीचर हैं। लेकिन वह पढ़ाने स्कूल नहीं जाती हैं। संदीप का एक बेटा पटना में इंजीनियरिंग और दूसरा बेटा रांची में पढ़ रहा है। पुलिस ने संदीप पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित है। उसका भाई धनिक भी माओवादी है।