पटना: रेमिडेसीवीर इंजेक्शन के कथित कालाबाजारी मामले में जांच कमेटी का गठन कर कार्रवाई करने की मांग करते हुए जनहित याचिका पटना हाई कोर्ट में दायर की गई है। याचिकाकर्ता शशि रंजन सिंह ने ये जनहित याचिका दायर की है।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता श्रीप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि पटना के कंकड़बाग थानांतर्गत पड़ने वाले साई हॉस्पिटल की इस अवैध कार्रवाई हो रही थी। याचिका में यह कहा गया है कि उक्त मामले में आईपीसी की धारा 420, 188 व 34, आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 52 व 53, इपिडेमिक एक्ट की धारा 3 व आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 7 के तह एक आपराधिक मामला भी कंकड़बाग थाना में दर्ज करवाया गया है। लेकिन प्रभारी ड्रग कंट्रोलर द्वारा केस का अनुसंधान रोक दिया गया है।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि उक्त अस्पताल द्वारा रेमिडेसीवीर इंजेशन ब्लैक मार्केट में मनमाने दाम पर बेचा जाता है, जबकि सरकार द्वारा इस इंजेक्शन का दाम 3000 रुपये तय किया गया है। किंतु अस्पताल द्वारा मनमाने मूल्य पर इस इंजेक्शन को बेच कर जनता को इस संकट की घड़ी में लूटा जा रहा है। इसके बाद असिस्टेंट ड्रग कंट्रोलर बिश्वजीत दास गुप्ता के हस्ताक्षर से जारी एक पत्र के आलोक में उक्त मामले को लेकर एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया। कमेटी द्वारा उक्त अस्पताल परिसर में छापेमारी की गई। इसमें इंजेक्शन की कालाबाजारी में इंजेक्शन बेचने का आरोप सही पाया गया। इसी के आधार पर कंकड़बाग थाना में मामला भी दर्ज कराया गया।