KATIHAR: साल 2021 में हम कई अनोखी चीजों के गवाह बने, जो पहले कभी नहीं हुई। फिलहाल कटिहार में खास के साथ-साथ आम भी बीमार हो रहे हैं। जी हां, लोगों में बीमारी होना कम था कि अब जिले में फलों का राजा ‘आम’ भी संक्रमित हो गया है। लगभग सौ बीघे में लगे आम पूरी तरह तैयार हैं और अब बाजार भेजने से पहले आम में काला दागी के साथ कीड़ा लगने से किसान परेशान हैं।
मनिहारी अनुमण्डल के नवाबगंज क्षेत्र में इस बीमारी का असर ज्यादा दिखा जा रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर इस विषय में भी तहर-तहर की भ्रांतियां देखने- सुनने को मिल गई। कोरोना के कारण आम के इस तरह के बीमारी के चर्चा पर किसान कुछ हद तक भ्रमित भी हैं। समस्या का निदान नहीं मिलने की स्थिति में अब पहले फसलों पर तीन बार स्प्रे कराने वाले किसान इस बार छह से सात बार तक स्प्रे करवा रहे हैं, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ है। ऐसे में किसान परेशान हैं और सरकार से मुआवजा या उचित सलाह की उम्मीद कर रहे हैं।
इस संबंध में जिला कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक पंकज कुमार कहते हैं इस बीमारी से कोरोना का कोई लेन-देन नहीं है, कृषि विज्ञान के भाषा में इस बीमारी को काला सीरा या कोयलकी बीमारी कहा जाता है। वैसे तो इस बीमारी के पीछे कई वजह हैं। एक शोध में यह बातें सामने आई हैं कि जिस इलाके में ईंट भट्टा अधिक होता है, उस इलाके के ईंट भट्टे की चिमनी से निकलने वाले धुएं के कारण पास के बगीचे पर यानी आम के फलन पर इस तरह का बीमारी हो सकती है। प्रारंभिक स्तर पर पता चलने पर इस बीमारी का बचाव संभव है, लेकिन अब यह बीमारी लाइलाज की स्थिति पर है। उन्होंने कहा कि किसान अगर चाहे तो आने वाले दिनों में इस बीमारी से बचने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के संपर्क कर उनसे उचित सलाह ले सकते हैं।