PATNA : 32 साल पुराने अपहरण मामले में पप्पू यादव को जेल भेज दिया गया है। अब इस पूरी घटना को लेकर एक और बात सामने आई है। बताया गया कि 32 साल पहले जिन दो लोगों के अपहरण के आरोप में पप्पू यादव को जेल भेजा गया है, उनमें से एक की बेटी की शादी में पप्पू यादव बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए और वर-वधू को आशीर्वाद भी दिया, तस्वीरें भी खिंचवाई। शादी इसी साल 17 फरवरी को मधेपुरा जिला परिषद आवास से हुई थी।
दरअसल, उमाकांत यादव उर्फ उमाकांत राय की बेटी रूपम की शादी 17 फरवरी को मधेपुरा जिला परिषद अध्यक्ष मंजू देवी के बेटे श्वेत कमल उर्फ बाैआ यादव से हुई थी। श्वेत कमल मुरलीगंज के नगर परिषद अध्यक्ष हैं। वे कभी पप्पू यादव के खास हुआ करते थे। उनकी शादी में पप्पू यादव प्रमुख अतिथियों में शामिल हुए थे।
गलतफहमी में हुआ था केस
पप्पू यादव पर 1989 में जिन दो लोगों के अपहरण करने का केस दर्ज हुआ था, उसको लेकर अब काफी बातें सामने आने लगी हैं। अपहरण की पूरी सच्चाई खुद रामकुमार यादव ने बताई है। पप्पू यादव पर रामकुमार यादव और उमाकांत यादव के अपहरण के केस दर्ज है। इस अपहरण को लेकर रामकुमार यादव का कहना है कि 1989 दशक में पप्पू यादव, रामकुमार यादव, उमाकांत यादव उर्फ उमाकांत राय एक साथ रहते थे। इस गुट के लड़के ने एक लड़की से शादी कर ली थी। इससे पप्पू यादव खफा थे। उनका रामकुमार यादव और उमाकांत यादव से नाराजगी बढ़ गई थी। इस दौरान रामकुमार यादव के भाई शैलेन्द्र यादव ने पप्पू यादव की गाड़ी में उमांकात और रामकुमार को कहीं ले जाते हुए देख लिया। जिसके बाद उसने 29 जनवरी 1989 को थाने में केस दर्ज करा दिया। उन्होंने थाने को सूचना दी थी कि सुबह 10 बजे रामकुमार और उमाकांत की हत्या के लिए अपहरण किया गया।
अपहरण की बात सही नहीं
रामकुमार ने बताया, उस दिन जब पप्पू यादव की गाड़ी में हमलोग बैठकर गए तो लोगों को लगा कि अपहरण किया है। उन्होंने बताया कि उसी दिन वे लोग मधेपुरा आ गए, लेकिन उनलोगों पर दर्ज एक केस में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।