नवादा (Nawada) (Bihar News) बिहार झारखंड बॉर्डर जोरदार होली महापर्व को लेकर शराब को लेकर चेकिंग अभियान की जा रही है जिसके कारण 48 घंटा से ऊपर लंबी कतार में जाम लगी हुई है। आपको बताते चलें कि लगातार शराब मिलने के मामले में सदन से सड़क तक हंगामा हो रहा है। वहीं, दूसरी तरफ शराबबंदी को पूरी तरह लागू कराने में उत्पाद विभाग की टीम आम लोगों को परेशानी कर रही है। उत्पाद विभाग की कारिस्तानी पर सुबह रजौली बिहार-झारखंड बॉर्डर पर वाहन चालकों और यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। लोगों से घिरे उत्पाद निरीक्षक राम प्रीति कुमार ने कहा कि आपका परेशान होना लाजमी है, क्योंकि एक भी बोतल बिहार में घुस गई तो अधिकारी हमारी नौकरी खा जाएंगे।
दरअसल, एनएच 31 पर रजौली सीमा के दोनों तरफ रविवार की रात दो बजे से भीषण जाम लगा है। कोडरमा (झारखंड) की तरफ से आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है। जांच के कारण छोटे-बड़े वाहन घंटों से एक ही जगह पर खड़े हैं। भूख-प्यास से लोग बिलख रहे हैं। आसपास कोई दुकान भी नहीं है, जहां से भूख और प्यास शांत की जा सके। सबसे अधिक समस्या महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को है। आपको बताते चलें कि कहीं ना कहीं उत्पाद विभाग की मिलीभगत से ही बिहार में शराब की एंट्री होती है। बस यात्रियों का कहना है कि चेकिंग के नाम पर जवान गलत हरकत करते हैं। एक ट्रेवल्स की बस से रांची से पटना आ रहे दंपती के साथ जवानों ने जो हरकत की, उसे देखकर लोग सन्न हो गए।
यात्रियों को कर रहे हैं परेशान
सूत्रों की मानें तो एक दंपती स्लीपर कोच में सो रहा था। जवान ने बिना केबिन खटखटाये शटर खींच दिया, जिससे वे असहज हो गए। इसके बाद जवान ने महिला की तरफ रखा बैग छीन लिया और उसे खोलकर देखने के बाद नीचे सीट पर रख दिया। दंपती जब तक ऊपर से नीचे आए और जवानों के पीछे दौड़े, तब तक वे बस से उतरकर दूसरी वाहन में चढ़ गए।
ट्रक में जांच के नाम पर सामान का कर रहे नुकसान
सामान लादकर बिहार आ रहे ट्रकों के चालकों का कहना है कि उत्पाद विभाग की टीम बॉडी पर रॉड मारकर शराब चेक करती है। इससे वाहन क्षतिग्रस्त हो जाता है और मालिक उनसे जुर्माना वसूलते हैं। सामान की पेटियों और कार्टन पर भी जवान लोहे की रॉड से मारते हैं, जिससे अलग नुकसान होता है। इस बारे में चौकी पर मौजूद अधिकारियों से शिकायत की गई तो उन्होंने गाली देकर भगा दिया। अगर यही स्थिति रही तो वे माल लेकर बिहार आना बंद कर देंगे।
टूट रहा है सब्र
वाहन चालकों का कहना है कि राज्य सरकार को बॉर्डर पर स्कैनर लगाना चाहिए, ताकि जिस गाड़ी में शराब हो वही पकड़ी जाए। निर्दोष लोगों को बेवजह परेशान न होना पड़े। अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोगों के सब्र का बांध एक दिन टूट जाएगा और वे कानून को हाथ में लेने के लिए मजबूर हो जाएंगे। साथ ही सीमाओं पर मौजूद जवानों को यात्रियों एवं वाहन चालकों से विनम्र व्यवहार करने की सीख देनी चाहिए।
आपको बताते चलें कि खानापूर्ति के लिए उत्पाद विभाग के अधिकारी चेकिंग अभियान चला रहे हैं हरा की सच्चाई तो यह है कि शुभ लाभ के आधार पर चेक पोस्ट से शराब की एंट्री काफी होती है।