बेगूसराय: जिले में अंधविश्वास के फेर में एक युवक की नाहक में जान चली गयी। हद तो तब हो गयी तब करीब 24 घंटे तक तंत्र मंत्र के सहारे उसे जिंदा करने का प्रयास किया जाता रहा।
मिली खबर के अनुसार जिले के सहायक थाना लाखो के वार्ड नंबर दो जगदीशपुर निवासरी गंगासागर महतो का दूसरा पुत्र राजा कुमार को शायद सर्पदंश हो गया था। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की शाम राजा गांव स्थित बहियार के जंगल में बंधी घोड़ी लाने के लिए गया था। वहां से आने के बाद उसे हाथ पैर धोकर अपने मवेशी को चारा दिया। इसके बाद उसने अपने परिजनों को सर्पदंश की आशंका जतायी। जिसके बाद परिजनों ने गांव के फेरो स्थान मंदिर में पहले तो उसका झाड़फूंक कराया और जब तबियत बिगड़ने लगी तो उसे सदर अस्पताल बेगूसराय लेकर आये, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
तांत्रिकों के चक्कर में होता रहा झाड़फूंक
खबर के अनुसार मृत घोषित होने के बाद भी परिवार वाले तांत्रिकों की बांट जोहते रहे और विज्ञान के इस युग में भी तंत्र मंत्र के सहारे मुर्दा को जिंदा करने की उम्मीद लगाये रहे। तांत्रिकों के फेर में रात के अंधेरे से लेकर दिन के उजाले तक एक मुर्दा घंटों सड़ता रहा और लोग तमाशबीन बने रहे। अंत में निराश होकर 24 घण्टे बाद घर वालों ने मृत बेटे के शव को दाह संस्कार करने के बदले केले की पेड़ के सहारे पानी में छोड़ दिया।