PATNA CITY: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार सरकार ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करा दिया है. जिस वजह से बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहे हैं. कई शिक्षण संस्थानों ने ऑनलाइन क्लास की शुरूआत तो कर दी है, मगर कई संस्थान ऐसे हैं जो ऑनलाइन क्लास जारी रखने में असमर्थ हैं. इसका सीधा असर बच्चों पर पड़ रहा है और वह धीरे-धीरे पढ़ाई से दूर होते जा रहे है.
बिहार सरकार के नए निर्देश के मुताबिक स्कूल, कोचिंग, कॉलेज 12 अप्रैल तक बंद रहेंगे, अगर कोरोना इसी तेजी से बढ़ता रहा तो यह बंदी आगे तक खिंच सकती है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाएगी, साथ ही शिक्षकों पर भी संकट आ जाएगा. इसी फैसले से आक्रोशित शिक्षकों ने पटनासिटी के भगत सिंह चौक पर मानव श्रृंखला बनाकर सरकार से शिक्षण संस्थानों को खोले जाने की मांग की.
शिक्षकों का कहना था कि पूरे राज्य में सभी मॉल, पार्क, अन्य संस्थान खुले हुए हैं और सरकार सिर्फ शिक्षण संस्थानों पर रोक लगा रही है. जबकि सभी शिक्षण संस्थान जरूरी मानकों और गाइडलाइंस का पालन करते हुए बच्चों को पढ़ाते हैं. लॉकडाउन के कारण पिछले एक सालों से शिक्षण संस्थान बंद पड़े थे जिसके कारण शिक्षक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं. इसी आक्रोश के साथ हाथों में तख्तियां लिए शिक्षक सड़कों पर उतर गए और सरकार से शिक्षण संस्थांनों को खोलने की मांग की.