MUZAFFARPUR : बीते दो वर्ष पहले मुजफ्फरपुर जिले में सैकड़ों बच्चों की जान लेने वाली संधिग्ध बीमारी चमकी बुखार फिर से जिले में दोहराने की ओर बढ़ रहा है। हालाकि एक तरफ पहले से ही कोरोना का कहर जारी है। ऐसे में कोविड के कहर के बीच मे AES जैसे संधिग्ध बीमारी चमकी बुखार का केस बढ़ता जा रहा है। शनिवार को सीतामढ़ी जिला के एक बच्चे में AES की पुष्टि हुआ। जिसके बाद बीमारी से ग्रसित बच्चों की संख्या 17 पहुंच गई है। SKMCH मेडिकल कॉलेज के उपाधीक्षक डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि सभी बीमार बच्चों PICU में भर्ती कराया गया है। साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालल किया जा रहा है। बता दें कि जिले में अभी तक AES चमकी बुखार से 2 बच्चे की हुई है मौत।
सरकार की बढ़ गई है परेशानी
बिहार में चमकी बुखार के दोबारा पैर पसारने से सबसे ज्यादा परेशानी सरकार को उठानी पड़ रही है। जहां एक तरफ कोरोना के कारण बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था करने के उपाए करने का दबाब है, वहीं दूसरी तरफ चमकी बुखार के बढ़ते मामले चिंता का कारण बनते जा रहे हैं। बता दे कि इस बीमारी को लेकर आज तक कोई एक्सपर्ट नहीं बता सका है कि इसका कारण क्या है और इसका सटीक इलाज क्या है।
2020 में 250 के करीब बच्चों की हो गई थी मौत
चमकी बुखार का सबसे ज्यादा प्रकोप 2020 में सामने आया था, जब कुछ दिनों के अंतराल में अस्पताल में एक के बाद एक कर 250 से ज्यादा छोटे बच्चों ने दम तोड़ दिया था। जो हालात आज कोरोना के दौरान अस्पतालों में नजर आ रहे थे, लगभग वही स्थिति उस समय थी, अस्पताल में हर तरफ बच्चे ही नजर आ रहे थे। सबसे खराब स्थिति मुजफ्फरपुर की थी, जहां 200 के करीब बच्चों की मौत हो गई थी। ऐसे में अब जब बीमारी फिर से अपने पांव पसार रही है, तो माता पिता में बच्चों को खोने का डर सताने लगा है।