SAMASTIPUR: बिहार में अपराध निरंकुश हो गया है। लोगों का पुलिस-प्रशासन से भरोसा उठ गया है। पुलिस लोगों का दर्द सुनने की बजाए अन्य कार्यों में व्यस्त नजर आती है। ऐसा हम नहीं कह रहे, यह कहना है खुद आम जनता का, जो अब अपराधों से त्रस्त हो चुकी है। यह पीड़ा है उस महिला की, जिसने इंसाफ पाने के लिए हर थाने का चक्कर लगाया। सभी जगह से निराशा मिलने पर उसे खुदकुशी करने का निर्णय ले लिया, जिससे हड़कंप मच गया।
समस्तीपुर के समाहरणालय परिसर में शुक्रवार को अपने बेटे के साथ आई महिला ने वहां आत्मदाह का प्रयास किया। इससे पहले की महिला के साथ कुछ अनहोनी हो पाती, वहां मौजूद गार्ड व नगर पुलिस की तत्परता से महिला को बचा लिया गया। पुलिस ने महिला और उसके बेटे को हिरासत मे ले लिया। पुलिस की जीप में महिला फूट-फूटकर रोती, अपने दर्द को साझा करती नजर आई।
महिला ने बताया कि वह बंगरा थाना के बबकरपुर की है। गांव में कुछ दिन पूर्व दबंगों ने उसकी बेटी का अपहरण कर लिया। अबतक बेटी का कोई सुराग नहीं मिला है। इस बाबत वह रिपोर्ट लिखाने महिला थाना गई। उसने एसपी से भी बेटी को खोजने की गुहार लगाई, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। तंग आकर वह बेटे के साथ समाहरणालय पहुंची और जैसे ही शरीर पर पेट्रोल छिड़कने लगी, गार्ड की नजर पड़ गयी। परिसर में हल्ला होते ही गार्ड ने उससे तेल और माचिस छीन लिया। सूचना मिलते ही नगर पुलिस पहुचकर महिला और उसके पुत्र को हिरासत में ले लिया।