PATNA :- बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर आगामी छह माह की योजना तैयार कर ली गई है। राज्य सरकार ने आगामी छह में बिहार के छह करोड़ लोगों के वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। शुक्रवार को वैक्सीनेशन को लेकर सीएम नीतीश कुमार के साथ 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान इस बात पर चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत ने कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति, कोविड-19 वैक्सीनेशन की अद्यतन स्थिति एवं टीकाकरण अभियान को लेकर प्रस्तुतीकरण दी। बदा दें कि बिहार में अब तक एक करोड़ 30 लाख लोगों को टीकाकरण कराया जा चुका है
इससे पहले समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट आयी है लेकिन कोरोना संक्रमण की जांच में और तेजी लायें। लोग अब घरों से बाहर निकलने लगे हैं इसलिये सभी की कोरोना जांच जरूरी है। कोरोना संक्रमण के प्रति सभी को सचेत रहना है। सभी को मास्क का उपयोग जरूर करना है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए हमलोग हर जरुरी कदम उठा रहे हैं। टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण कार्य को बेहतर ढ़ंग से करते रहना है। सभी लोगों के टीकाकरण के लिए हमलोग सतत प्रयत्नशील हैं।
पंचायत स्तर तक प्लानिंग करने के दिए निर्देश
उन्होंने कहा अगले छह महीने में 6 करोड़ लोगां को टीकाकरण कराना है। कोरोना का टीका लगाने के लिये सभी लोगों को प्रेरित करना है, उन्हें जानकारी दें कि टीका जीवन की रक्षा के लिये जरूरी है। उन्होंने कहा कि लोग अपना टीका लगवायें, अपने परिवार का टीका लगवायें और पड़ोसी को भी टीका लगवाने के लिये प्रेरित करें। सभी सरकारी कर्मचारियों को अधिक से अधिक लोगों के टीकाकरण कराने के अभियान में शामिल करें। लोगों को टीका लगाने के लिये लगातार अभियान चलाते रहें। उन्हें विभिन्न प्रचार माध्यमों से जागरूक करें। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर, वार्ड स्तर पर माइक्रो लेवल प्लानिंग करें ताकि कोई भी टीका लगवाने से नहीं छूटे।
शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से बिहार की जनता ने काम करने का मौका दिया है, राज्य में सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य किये गये हैं, जिसमें शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में बेहतर कार्य का ही परिणाम है कि पढ़ने वाले बच्चे-बच्चियों की संख्या बढ़ी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में संरचनात्मक ढ़ांचे के निर्माण के साथ-साथ कई बेहतर कार्य किये गये हैं, जिसका परिणाम है कि हेल्थ सेंटर पर इलाज कराने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है। हमलोगों का उद्देश्य है कि मजबूरी में इलाज के लिये बिहार से बाहर नहीं जाना पड़े। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।