NAWADA: सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की आबोहवा में खासा तब्दीली देखी जा रही है। पूरा शहर मानो कचरे के ढेर पर बैठ गया है। मुख्य बाजार का हाल बेहाल है। ग्राहक दुकान तक पहुंचने से कतरा रहे हैं तो दुकानदार भी जैसे-तैसे दिन काट रहे हैं। गर्मी और बारिश के बीच सड़ांध ने हालात और बिगाड़ दिए हैं।
बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ व बिहार लोकल बाडी झम्पलायज फेडरेशन नवादा के संयुक्त तत्वावधान में सफाईकर्मचारियों की चल रही राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का चौथा दिन भी जारी रही। नगर परिषद कार्यालय के समक्ष अपनी मांगों को लेकर सफाईकर्मी धरना पर बैठे रहे। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जान से शहर की साफ - सफाई कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा है। शहर की स्थिति नारकीय बनी हुई है अध्यक्षता महासंघ के अध्यक्ष अरविंद दास ने की । उन्होंने कहा कि सरकार 10 वर्ष एवं उससे अधिक समय से सफाई कार्य में लगे कर्मचारियों को नियमित करने से भाग रही है और ठीकेदारों के हाथों नगर परिषद की राशि लूटवाने में लगी है।जब तक सरकार हमारी मागों को नहीं मानती है तबतक आदोलन जारी रहेगा। जिले के व्यवसायियों राहुल अग्रवाल मनोज कुमार राजू कुमार रणदीप कुमार का कहना है कि हालत यह है कि दिनभर दुकान में बैठते हैं। इस कचरा के कारण हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वही नगर परिषद के द्वारा या एलाउंसमेंट भी किया जा रहा है आप लोग कचरा को रोड पर ना फेंके।
एक सवाल यह भी है कि दुकानदारों की इतनी बड़ी लापरवाही है कि दुकान की पूरी कचरा रोड पर फेंक देते हैं। और अपनी दुकान को साफ सफाई रखते हैं। इन दुकानदारों के कारण भी जिले में कचरा का ढेर रोड पर देखने को मिल रहा है। कचरा का डब्बा में नहीं डाला जाता है।