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Bihar News : केंद्रीय मंत्री का एलान : लूट की महाअघाड़ी सरकार के खिलाफ महाराष्ट्र में सड़क पर संग्राम करेगी BJP

Bihar News : केंद्रीय मंत्री का एलान : लूट की महाअघाड़ी सरकार के खिलाफ महाराष्ट्र में सड़क पर संग्राम करेगी BJP

पटना। (PATNA) मुंबई के उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास बरामद जिलेटिन की छड़ों ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। जिसकी आंच अब एनसीपी के मुखिया शरद पवार तक पहुंच चुकी है। शनिवार को जिस तरह से मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने जिस तरह के गृह मंत्री अनिल देशमुख को लेकर खुलासा किया है, उसके बाद बीजेपी पूरी तरह के हमलावर हो गई है। रविवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस वार्ता करते हुए महाराष्ट्र सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की लूट की महा अघाड़ी सरकार के खिलाफ बीजेपी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर ने राज्यपाल और cm को लिखी चिट्ठी में गृह मंत्री को लेकर जो आरोप लगाए हैं, उसके बाद उद्धव सरकार की असली सच्चाई लोगों के सामने आ गई है कि किस तरह सरकार में बैठे मंत्री पुलिस के जरिए धन उगाही का काम करने में लिप्त हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना में जिस सचिन वाजे पर आरोप लगे हैं, वह कई सालों तक सस्पेंड था, उसकी कोरोना काल में संस्पेंशन वापल ले ली जाती है, उसे पुलिस विभाग में बड़ी जिम्मेदारी दे दी जाती है। रविशंकर का कहना है कि आखिर किसके दबाव में उनको वापस लिया गया,cm का या शिव सेना को शरद पवार का दबाव था, महाराष्ट्र सरकार को इसका जवाब देना होगा। सचिन वाजे 2008 से ही शिवसेना का सक्रिय सदस्य है। उन्हें सीएम डिफेंड करते हैं और गृह मंत्री 100 करोड़ देने को कहता है। एक असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर की यह हैसियत चौंकानेवाली है। हिन्दुस्तान में ऐसा नहीं हुआ कि एक सब इंस्पेक्टर का बचाव CM कर रहे हैं। सचिन वाजे के पेट मे क्या है,जिस वजह से वे बचाना चाहते हैं। पूरी सरकार सचिन वाजे को बचाने में लगी है जो कहीं न कहीं किसी बड़े राज को छिपाने की तरफ इशारा कर रही है। महाराष्ट्र सरकार को डर है कि अगर वाजे ने बयान दिया तो कई गड़े मुर्दे फिर से बाहर आ सकते हैं।

क्या है शरद पवार की भूमिका

रविशंकर प्रसाद ने इस पूरी घटना में एनसीपी चीफ शरद पवार की भूमिका पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि शरद पवार को पुलिस कमिश्नर द्वारा ब्रीफ किया जा रहा,क्या वो शरद पवार सरकार के पार्ट हैं? अगर उनको ब्रीफ किया गया तो उन्होंने क्या कार्रवाई की,शरद पवार की खामोशी गंभीर सवाल उठाती है। इसी तरह परमबीर सिंह ने सीएम को चिट्ठी लिख कर पूरे मामले की जानकारी दी तो उन्होंने इस पर चुप्पी क्यों साधे रखी। उद्धव ठाकरे की खामोशी भी बड़ा सवाल करती है। 

निष्पक्ष जांच की मांग 

मामले में बीजेपी की डिमांड है कि पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच हो,इसमे पुलिस इंस्पेक्टर, कमिश्नर,गृह मंत्री,और CM के साथ साथ शरद पवार की भूमिका हो सकती है। साथ ही पार्टी की तरफ से गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके लिए बीजेपी लूट की महाअघाड़ी सरकार के खिलाफ महाराष्ट्र में सड़क पर संग्राम करेगी।

क्या था लेटर में जिससे मचा हंगामा

शनिवार को मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की आठ पन्नों वाला एक पत्र सीएम को लिखा गया था, इस लैटर में गृहमंत्री, उनके पर्सनल असिस्टेंट और सचिन वाजे को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए गए थे। पूर्व कमिश्नर ने गृहमंत्री को लेकर लिखा था कि वह हर माह 100 करोड़ रुपए देने की मांग कर रहे थे। परमबीर सिंह ने बताया कि यह पैसे उनसे भी मांगे गए थे। बाद में खुद गृह मंत्री ने सचिन वाजे को बुलाकर पैसे वसूलने के निर्देश दिए थे। इसमें मुंबई के हर रेस्टोरेंट और बार से तीन लाख हर माह वसूलने की बात कही गई थी। मुंबई में 1750 रेस्टोरेंट और बार हैं। इसके अलावा बाकि पैसे दूसरे जरिए से वसूलने के लिए कहा गया था।


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