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BIHAR NEWS: विश्व पर्यावरण दिवस पर अनोखी पहल, बच्चों से पुरानी किताबें लेकर बांटे हेलमेट, सड़क सुरक्षा और विश्व सुरक्षा की बतायी अहमियत

BIHAR NEWS: विश्व पर्यावरण दिवस पर अनोखी पहल, बच्चों से पुरानी किताबें लेकर बांटे हेलमेट, सड़क सुरक्षा और विश्व सुरक्षा की बतायी अहमियत

KAIMUR: कैमूर जिले के हेलमेट मैन के नाम से मशहूर राघवेंद्र ने रामगढ़ कलानी पथ पर विश्व पर्यावरण दिवस पर एक पेड़ के ऊपर हेलमेट दर्जनों की संख्या में लटका दिए। साथ ही स्लोगन भरे मैसेज भी चिपका है। इन मैसेज पर SAVE ENVIRONMENT, SAVE TREE सहित तमाम प्रकार के स्लोगन लिखे दिखे। हेलमेट मैन राघवेंद्र बच्चों से पुरानी बुक लेकर उन्हें एक हेलमेट देता था। जिसका मकसद है कि कोई बच्चा बुक के अभाव में बिना पढ़े ना रहे और कोई भी व्यक्ति जो बाइक से यात्रा करता है वह हेलमेट सुरक्षा के दृष्टिकोण से जरूर पहने और पेड़ों की रक्षा करें।

जानकारी देते हुए हेलमेट मैन राघवेंद्र ने बताया आज पर्यावरण दिवस है और कोरोना काल में विद्यालय बंद है। पेड़ बचाने के लिए कार्यक्रम कर रहे हैं,आज हमने पेड़ के ऊपर हेलमेट बांध रखा है। बच्चों के पास जो किताबें अनुपयोगी हैं, उन्हें लेकर वह यहां आए हैं। इन किताबों के बदले में बच्चे यहां से  हेलमेट लेकर गए। इसका मतलब साफ है कि जो बच्चे पुस्तक के अभाव में पढ़ नहीं पाते हैं वह भी पढ़ें क्योंकि शिक्षा से ही करोना महमारी या बड़ी आपदा को हरा सकते हैं। सरकार की जो रणनीति है की हर इंसान तक वैक्सीनेशन पहुंचे। शादी के 74 साल बाद भी सौ प्रतिशत साक्षरता देश में नहीं है। जिससे वह पर्यावरण और महामारी के बारे में नहीं समझ पा रहे हैं। जो तीसरी लहर बच्चों को आने वाली है उसको हम लोग बचा सके। यह लहर बच्चों के लिए घातक है तो इसलिए बच्चों के माध्यम से हमने संदेश दिलवाया कि लोग पढ़ लिख जाए जिससे कि आगे आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके।

मंगलम पांडे ने प्रकृति के संदर्भ में कहा कि मैं प्रकृति हूं अगर तुमने पेड़ काटना बंद नहीं किया और कचरा फैलाना बंद नहीं किया तो तुम्हारा विनाश निश्चित है। यह तो मेरा बस ट्रेलर है कि तुम हॉस्पिटल के बाहर ऑक्सीजन के लिए त्राहिमाम कर रहे हो। अगर मैंने अपना विकराल रूप धारण कर दिया तो तीसरी युद्ध ऑक्सीजन और पानी के लिए युद्ध होनी ही है। मैं फोर क्लास पास किया तो फोर क्लास का बुक देकर हेलमेट ले कर जा रहा हूं, जिससे कि पिछले क्लास के बच्चे मेरे बुक से पढ़ सकें। वहीं इस संबंध में नौवी पास छात्रा ने बताया नाइंथ क्लास के बुक मेरे उपयोग की नहीं थी। मैं यहां पर अपना पुरानी बुक लाकर दे रही हूं। इससे दूसरे बच्चे जो बुक के अभाव में पढ़ने में सक्षम नहीं है वह पढ़ सकेंगे। बदले में यहां हेलमेट दिया जा रहा है। मैं लोगों से अपील करती हूं कि लोग बिना हेलमेट बाइक नहीं चलाएं।

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