MUZAFFARPUR : यूपी के धर्मांतरण केस का कनेक्शन बिहार से भी जुड़ गया है । बताया जा रहा है कि यूपी के कानपुर में एक मूक बधिर स्कूल में पढ़नेवाले छात्र आदित्य गुप्ता से जुड़ा है, बताया जा रहा है कि इस स्कूल में रागिब आलम नाम का युवक टीचर के रूप में काम करता था, जिसने आदित्य सहित कई बच्चों का धर्मांतरण कराया है। रागिब मुजफ्फरपुर के हथौरा थाना क्षेत्र के मुखिया मुखिया इफ्तेखार आलम का बेटा है। मामला सामने आने के बाद यूपी यूपी एटीएस (ATS) की टीम मुजफ्फपुर में कैम्प कर रही है. जहां रागिब आलम और उसके पिता से पांच घंटे तक पूछताछ की गई है। इसकी पुष्टि खुद रागिब के पिता ने दी है।
स्कूल में टीचर बनने के बाद बच्चों का करवाया धर्म परिवर्तन
रागिब के पिता ने बताया कि वह बचपन से मूक बधिर इंसान है. रागिब ने मूक बधिर विद्यालय से काफी पढाई की है. पिता के मुताबिक रागिब नें दसवीं तक की पढाई पटना के आशादीप मूक बधिर स्कूल से की उसके बाद आईकॉम की पढाई इंदौर के एक स्कूल से की. उसके बाद वो नोयडा स्थित डीफ एन्ड डम्ब स्कूल गया जहां से उसने हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के साथ कम्प्यूटर की पढाई की. वहीं से उसका सेलेक्शन कानपुर के ज्योति मूक बधिर स्कूल के लिए बतौर टीचर किया गया. रागिब वर्ष 2018-19 में वहां टीचर था. उसी स्कूल के छात्र आदित्य गुप्ता ने धर्म परिवर्तन करके इस्लाम को स्वीकार कर लिया है.
रागिब को लखनऊ ले जा सकती है एटीएस
जिले के एसएसपी जयंतकांत नें फोन कॉल पर इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि गाजियाबाद थाने में धर्मान्तरण के दर्ज मुकदमे में रागिब आलम नामक युवक से पूछताछ करने यूपी एटीएस आई हुई है। वहीं रागिब के पिता इफ्तेखार आलम ने बताया है कि एटीएस ने रागिब का मोबाइल और लैपटॉप ले लिया है और उसे लखनऊ ले जाने की बात कही है। लेकिन परिजनों ने इसके लिए एटीएस से नोटिस देकर ले जाने की बात कही है। जिसका नोटिस उन्हें अभी तक नहीं दिया गया है.