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BIHAR NEWS : वृद्धा की सहायता कर महिला ASI ने अस्पताल में भर्ती कराकर निभाई जिम्मेदारी, लेकिन अफसोस इसके बाद भी नहीं बची जान

BIHAR NEWS : वृद्धा की सहायता कर महिला ASI ने अस्पताल में भर्ती कराकर निभाई जिम्मेदारी, लेकिन अफसोस इसके बाद भी नहीं बची जान

BETIYAAH : कोरोना ने इंसानों के मानवीय और अमानवीय दोनों चेहरों को बेनकाब किया है। रिश्ते और दोस्ती की आड़ में अपनो को मुंह मोड़ते देखा है। लेकिन इन सबके बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस विषम हालात में भी अपनी जिम्मेदारी से एक कदम बढ़कर काम कर रहे हैं।  नरकटियागंज शिकारपुर थाना में कार्यरत एक महिला एएसआई के लिए ऐसा ही कुछ कहा जा सकता है। ASI मीना देवी ने जो कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के साथ  इंसानियत की जो मिसाल पेश की, उसकी सब तारीफ कर रहे हैं।

 कोरोना गाइडलाइन पालन कराने को लेकर बगैर मास्क के घूम रहे लोगों सख्ती से कार्रवाई करनेवाली एएसआई के सामने गश्ती के दौरान नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल पहुंची थी। वहां एक महिला बिना मास्क कुर्सी पर बैठी मिली,  मीना देवी ने मास्क लगाने को कहा तो वृद्ध ने बताया कि सांस लेने में काफी कठिनाई हो रही है। पानी पीने की इच्छा और भूख की कमी महसूस हो रही है। मीना देवी बाहर दुकान से पानी की बोतल और बिस्किट लाकर स्वयं खिलाया, महिला मुस्कुराई, उसके बाद मीना देवी ने सहारा देकर बेड तक पहुंचा दिया। स्टाफ को बीपी देखने ऑक्सीजन लगा देने और डॉक्टर से दिखा देने की बात कह अपने ड्यूटी में चली गई।  

वृद्धा के लिए आखिरी पानी का घूंट 

वृद्ध को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद अपने काम पर वापस चली गई। शायद इस दौरान उन्हें इस बात का अनुमान भी नहीं रहा होगा कि जिस वृद्ध महिला को उन्होंने पानी पिलाया, वह उसकी आखिरी घूंट साबित होगी। अस्पताल में भर्ती कराने के एक घंटे बाद ही उस महिला की मौत हो गई। महिला एएसआई के लिए यह बात चौंकानेवाली थी, क्यों कुछ देर पहले वह जीवित थी और एक घंटे में पूरी जिंदगी का अंत हो गया। वही इस संबंध मे महिला एएसआई मीना देवी कैमरे पर कुछ भी नही बोलते हुए बताई की इंसानियत भी कुछ होता है हम एक महिला है महिला का काम जो होता है वह हम निभा रहे है साथ ही ड्यूटी भी देना है। महिला एएसआई मीना देवी ने कहा कि कोविड-19 से घबराएं नहीं घरों में रहें सुरक्षित रहें जो इस बीमारी का शिकार हो गए हैं। उनका मनोबल बढ़ाएं,  उनका उत्साह वर्धन करें, उनसे ज्यादा दूर न भागे एक दिन सभी को मरना है।


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