PATNA : मधुबनी के झंझारपुर एडीजे की पिटाई के मामले में पटना हाईकोर्ट ने जांच की जिम्मेदारी एडीजी-सीआईडी को सौंपी है। लेकिन, बिहार पुलिस एसोसिएशन की नाराजगी अभी तक कम नहीं हुई है। मामले में एसोसिएशन ने सख्त रवैया अपनाते हुए कहा कि अब तक पीड़ित पुलिस वालों के बयान पर ADJ अविनाश कुमार के खिलाफ FIR दर्ज नहीं हुई। जो कहीं से भी सही नहीं है। एसोसिएशन ने CRPC का हवाला देते हुए कहा है कि FIR करना पीड़ित का हक है।
कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
ADJ अविनाश कुमार और सब इंस्पेक्टर गोपाल कृष्ण के बीच चैंबर में क्या हुआ, इसकी जांच की जिम्मेदारी सीआईडी से कराने के फैसले का स्वागत करते हुए बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने मांग कर दी है कि इस मामले में पुलिस वालों के बयान पर FIR हर हाल में दर्ज हो। ये पीड़ित का अधिकार है। लेकिन, मधुबनी के SP डॉ. सत्यप्रकाश इस मामलें में ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि SP किसी के दबाव में काम कर रहे हैं। वो शिथिल पड़ते जा रहे हैं। ये दुर्भाग्य है कि जूनियर के साथ मारपीट हुई और सीनियर उसके फर्द ब्यान पर मंतव्य लेने की बात कर रहे हैं। बता दें कि हाईकोर्ट ने भी मधुबनी एसपी का ट्रांसफर नहीं किए जाने को लेकर राज्य सरकार को खरीखोटी सुनाई थी।
कोर्ट में दायर करेंगे रिट
मृत्युंजय कुमार सिंह ने एसोसिएशन की तरफ से झंझारपुर कोर्ट में हुए मारपीट के मामले की हाइकोर्ट और राज्य सरकार से निष्पक्ष जांच कराने की मांग कर रखी है। इनका कहना है कि जांच में जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। संगठन की तरफ साफ किया गया है कि अगर एडीजे के खिलाफ दो चार दिन में मामला दर्ज नहीं होता है, तो वह इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करेगी।